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आज दशहरा प्रदेश भर में मनाया जाएगा । सभी स्थानों पर रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले खड़े कर दिए गए है। बस इंतजार है तो शाम का। जैसे ही सुरज ढलने लगेगा बुराई के प्रतीक इन पुतलों को आग के हवाले कर दिया जाएगा। अम्बाला के नजदीक छोटे से कस्बे बराड़ा में हर साल की तरह इस बार भी रावण का विशालकाय पुतला खड़ा किया गया है। इस पुतले की ऊंचाई 210 फीट है और इसे बनाने में 6 महीने का समय लगा है। करीब 25 लाख की लागत से तैयार हुए इस पुतले का दहन देखने के लिए दूर –दूर से लोग पहुंचते हैं।
फरीदाबाद के एन.आई.टी दशहरा मैदान में मनाया जाने वाला दशहरा भी इस बार काफी अहम रहने वाला है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस दशहरा कार्यक्रम के कारण यहाँ स्थानीय प्रशासन के हाथ पांव फूले हुए हैं। सुरक्षा के प्रबन्धकों को कड़ा किया जा रहा है।
वहीं भिवानी में भी इस बार रावण , कुम्भकर्ण और मेघनाथ के विशालकाय पुतले बनाए गए है। हालांकि बराड़ा के पुतले की तुलना में इन पुतलों की ऊंचाई आधी से भी कम यानी 101 फीट है । लेकिन भिवानी में इससे पहले इतने ऊंचे पुतले नहीं जलाए गए हैं। इन पुतलों को बनाने के लिए कारीगर खास तौर पर सहारनपुर से बुलाए गए थे।
प्रदेश के बाकी सभी छोटे बड़े शहरों और कस्बों में भी दशहरे की तैयारियां चल रही है। उम्मीद है कि शाम को लाखों की संख्या में लोग इस अवसर पर लगने वाले मेलों में पहुंचेगें।-