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हरियाणा के जाट आरक्षण आंदोलन, रामपाल प्रकरण और राम रहीम प्रकरण के दौरान सुलगने के बाद अब जींद में भी कुछ इसी तरह की स्थिति बनने का अंदेशा जताते हुए अराईव सेफ सोसायटी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर हरियाणा को चौथी बार सुलगने से बचाने की गुहार लगाई थी।
बुधवार को हाई कोर्ट में सरकार ने जवाब दायर कहा कि रैली को लेकर किसी नियम कानून को नही तोड़ा जा रहा। रैली में सभी नियमों की पालना की जाएगी और कानून के दायरे में होगी। सरकार का जवाब सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि यह रैली है, कोई विरोध प्रदर्शन नहीं है। कानून में सभी को यह हक है, बशर्ते यह कानून के दायरे में हो। कोर्ट ने कहा कि याचिका केवल पब्लिसिटी के लिये डाली गई । कोर्ट ने इस मामले में किसी भी तरह के निर्देश देने की जरूरत नही हैं। इसी के साथ हाई कोर्ट ने याचिका का निपटारा कर दिया।
अराईव सेफ सोसायटी के प्रेसीडेंट हरमन सिद्घू ने हाईकोर्ट में दाखिल की गई याचिका में हरियाणा के जींद में बनी स्थिति को कोर्ट के सामने रखा। कोर्ट को बताया गया कि भाजपा 15 फरवरी को जींद में युवा हुंकार रैली का आयोजन करने जा रही है। इसके साथ ही इस रैली में 1 लाख मोटर साईकिल शामिल करने की बात कही गई है जो सीधे तौर पर टै्रफिक व्यवस्था के लिए मुसीबत पैदा कर देगा और आम लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसी दिन जाटों ने भी अपनी मांगों को लेकर 50 हजार टै्रक्टर ट्रॉलियों के साथ विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है। याची ने कहा कि हरियाणा इससे पहले भी तीन बार सुलग चुका है जब कानून व्यवस्था को धता बताते हुए लोगों ने कानून को अपने हांथ में ले लिया और कितनी ही संपत्तियों को जला दिया गया और कितनी ही नष्टï कर दी गई। याची ने कहा कि इससे पहले जब लोगों ने कानून हांथ में लिया था तो पुलिस दबाव के कारण मूक दर्शक नहीं रही थी। याची ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यदि हाईकोर्ट ने उस समय कमान अपने हांथ में नहीं ली होती तो हरियाणा का हाल कुछ और ही होता। हालांकि मलिक ने रैली विड्रा कर ली है लेकिन किसी भी प्रकार की अनहोनी से इनकार नहीं किया जा सकता।याची ने हाईकोर्ट से अपील की कि केंद्र सरकार को निर्देश दिए जाएं कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए तथा आम लोगों के जान-माल की रक्षा के लिए पैरा मिलिट्री फोर्स की तौनाती की जाए। याची ने कहा कि डीसी को निर्देश दिए जाएं कि रैली से लोगों को असुविधा न हो यह सुनिश्चित किया जाए।
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