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पुरुषों की हॉकी टीम के बाद अब महिला हॉकी टीम ने भी एशिया कप जीतने का कारनामा पर अंजाम दिया है। हरियाणा के लिए और खास तौर पर शाहबाद के लिए यह बेहद गर्व का अवसर है। इस टीम की कप्तानी शाहबाद की रानी रामपाल के हाथ में थी बल्कि इसी शहर की नवजोत और नवनीत भी इस टीम में खेल रही थी। रानी रामपाल के जादुई खेल और शानदार नेतृत्व की बदौलत ही 13 साल के अंतराल के बाद भारत एशिया कप जीतने में कामयाब रहा है।
भारत की इस जीत से रानी के परिजन बेहद खुश नज़र आ रहे हैं। रानी के शानदार प्रदर्शन का श्रेय ये उसकी कड़ी मेहनत को तो देते ही है साथ ही कोच बलदेव सिंह के मार्ग दर्शन को भी देते हैं।
शाहबाद के एक गरीब परिवार से निकल कर अन्तर्राष्टीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाली रानी रामपाल के परिजनों को इस बात का मलाल जरुर है कि प्रदेश सरकार उसके साथ पूरा न्याय नहीं कर रही है। रानी की तुलना में बेहद मामूली उपलब्धियों वाले खिलाड़ियों को जहां डी. एस. पी जैसे पदों पर बिठा दिया गया है वहीं रानी अभी भी पंजाब सरकार में नौकरी कर रही है। रानी के परिजनों को उम्मीद है कि हरियाणा सरकार जल्दी ही रानी को उसकी उपलब्धियों के समकक्ष अच्छी नौकरी प्रदान करेगी। स्वयम रानी को भी यहीं उम्मीद है।
प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री और शाहबाद से विधायक कृष्ण बेदी भी इस तथ्य को स्वीकार करते है। उनका भी कहना है कि सरकार रानी को उनकी योग्यता के अनुरुप पूरा सम्मान देगी।
इस बीच हॉकी टीम का जोरदार स्वागत किया जा रहा है। शाहबादवासी भी अपनी बेटियों का स्वागत करने के लिए बेताब है।-