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हरियाणा सिविल सर्विस पेपर लीक मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के समक्ष खुलासा किया है कि इस मामले में केवल बलविंदर शर्मा और सुनीता ही शामिल नहीं हैं। एसआईटी का कहना है कि इस मामले में कुछ और भी इस साजिश में शामिल हैं। हालाँकि ये कौन लोग हैं इस का खुलासा एसआईटी ने नहीं किया है। हाईकोर्ट ने अब एसआईटी को 19 जनवरी को नई स्टेटस रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए है।
इस मामले के मुख्य आरोपी बलविंदर शर्मा और सुनीता पहले से ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं और 5 जनवरी को इनके खिलाफ ट्रायल कोर्ट में चालान भी पेश कर दिए गया है। मंगलवार को जस्टिस राजेश बिंदल, जस्टिस राजन गुप्ता और जस्टिस जी ई एस संधावलीया पर आधारित खंडपीठ को एसआईटी के वकील आर एस राय ने बताया कि जांच के दौरान कई संदिग्ध नाम सामने आए हैं। इन में पहले से शक के दायरे में रही सुशीला का नाम भी शामिल है।
इस पूरी धांधली का खुलासा तब हुआ था जब पिंजौर निवासी सुमन ने अगस्त 2016 में हाईकोर्ट में याचिका डाल कर आरोप लगाया था कि एचसीएस जुडिशल के चयन में घोटाला किया जा रहा है और इस का पेपर पहले से ही लीक कर दिया गया है। अपने इस इलज़ाम को पुख्ता करने के लिए उसने ऑडियो रिकॉर्डिंग भी पेश की थी। इसके बाद हाई कोर्ट ने जांच के आदेश दिए थे और एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने जांच के बाद हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ( परीक्षा ) बलविंदर शर्मा और पंचकूला निवासी सुनीता को आरोपी बनाया था। माना जा रहा है कि बलविंदर शर्मा ने सुनीता को पेपर लीक किया था।-