यूपी बॉर्डर से वापस लौटाए 540 प्रवासी श्रमिक, धोबी के कुत्ते से की अपनी तुलना
अंबाला। प्रवासी श्रमिक इन दिनों हर समय बस अपने घर पहुंचने का अरमान दिलों में सजाए हुए हैं। अंबाला में ऐसे ही लगभग 540 श्रमिकों के लिए रविवार का दिन खुशियां लेकर आया था, लेकिन इन प्रवासी मजदूरों की ख़ुशी ज्यादा देर नहीं टिक पाई और इनके अरमानों को इनके अपने ही राज्य यूपी ने चकनाचूर कर दिया। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्यूंकि आज सुबह अंबाला से हरियाणा रोडवेज की 18 बसें 540 श्रमिकों को लेकर यूपी के लिए रवाना हुई थी, लेकिन जैसे ही ये बसे यूपी बॉर्डर पर पहुंची तो कई घंटों इन्तजार करवाने के बाद यूपी प्रशासन ने अपने ही श्रमिकों को यूपी में दाखिल होने देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद अंबाला से गई ये सभी बसें श्रमिकों को लेकर वापिस अंबाला आ गई। जहाँ वापिस लौटे श्रमिकों के चेहरे पर निराशा साफ़ दिखाई दे रही थी। निराश और हताश होकर लौटे श्रमिक अब खुद की तुलना धोभी के कुत्ते से कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वो अब न घर के रहे न घाट। अंबाला प्रशासन के इंतजाम को लेकर श्रमिक आभार जताते दिखाई दिए तो यूपी से खुद को वापिस बुलाने की गुहार भी श्रमिकों ने मिडिया के सामने लगाई। इन श्रमिकों का कहना है कि अब इनके पास न घर है न खाना तो ऐसे संकट में ये कहाँ जायेंगे। यूपी में दाखिल होने से पहले ही वापिस लौटा दिए गए श्रमिकों को अब अंबाला में बे सहारा ही छोड़ दिया गया है। वापिस लौटे श्रमिकों की व्यवस्था देखने पहुंचे पुलिस अधिकारfयों से हमने इन्हें वापिस लौटाए जाने का कारण पूछा तो पुलिस खुद को श्रमिकों के वापिस लौटने के कारणों से अनजान बता रही है। पुलिस का कहना है कि 18 बसों में श्रमिकों को मेडिकल करवाने के बाद ही यूपी रवाना किया गया था और 4 घंटे वह इन्तजार करवाने के बाद बसों को वापिस लौटा दिया गया। ---PTC NEWS---