सरकारी नौकरियां देने वाली एजेंसियां बनी भ्रष्टाचार का अड्डा, खुलेआम लग रही बोली: अभय चौटाला
चंडीगढ़: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकारी नौकरी देने वाली एजेंसियां भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुकी हैं। यहां खुलेआम नौकरियां बेची जा रही हैं। इसलिए एचपीएससी और एचएसएससी को तुरंत प्रभाव से भंग किया जाए। अभय चौटाला ने कहा कि 2020 में नियुक्त गए क्लर्कों की नौकरी जाने की दोषी सीधे बीजेपी गठबंधन सरकार हैं। हाईकोर्ट ने एचएसएससी को ‘हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग पीड़ित संघ’ की संज्ञा देते हुए कठोर शब्दों में कहा था कि एचएसएससी द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया 'असंगत और आकस्मिक दृष्टिकोण' है जो कई अन्य विचाराधीन केसों के मुकाबले बहुत बड़ा मामला है। अभय चौटाला ने कहा कि उच्च न्यायालय ने एचएसएससी द्वारा जारी किए गए संशोधित परिणामों को नियमों का उल्लंघन करार दिया है। उच्च न्यायालय ने यह भी माना है कि नौकरी से हटाए गए क्लर्कों को उनके चयन का बचाव करने का उचित मौका दिया जाना चाहिए था। इनेलो विधायक ने कहा कि जिन अभ्यार्थियों के जवाब सही थे, एचएसएससी ने उन्हें गलत माना था और गलत रिजल्ट दिया गया था। करीब डेढ साल तक नौकरी करने के बाद क्लर्कों को हटाए जाने पर इनके लिए रोजगार का संकट खड़ा हो गया है, इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से बीजेपी गठबंधन सरकार की है। सरकारी नौकरी मिलने के बाद हर कोई सोचता है कि अब उसका भविष्य सुरक्षित हो गया है और वो एक अच्छी जिंदगी जी सकता है। अभय चौटाला ने कहा कि नौकरी मिलने के बाद बहुत से लोगों ने मकान बनाने और अन्य चीजों जैसे कार के लिए कर्ज लिया, कइयों की शादी हो गई और बच्चे भी हो गए, लेकिन अब नौकरी से निकाले जाने के बाद उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। अभय चौटाला ने कहा कि जनता सरकार इसलिए चुनती है कि सत्ता में आने पर सरकार उन्हें रोजगार देगी, लेकिन उसके उलट भाजपा सरकार हरियाणा के युवाओं को नौकरी से हटा रही है और प्रदेश से बाहर के लोगों को नौकरी दे रही है। पूरे प्रकरण से साफ है कि एचएसएससी और सीएम आफिस की मिलीभगत से नौकरियां बेचने का काम किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि एचपीएससी और एचएसएससी को तुरंत प्रभाव से भंग किया जाए।