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झज्जर। (प्रवीण अहलावत) तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। इस बीच प्रशासन ने ढासा बॉर्डर धरने पर एक तरफ का रास्ता खोल दिया है। बता दें कि यह रास्ता करीब 100 दिन से बंद था। रास्ता खुलने से दिल्ली और हरियाणा के बीच बेरोकटोक आवाजाही शुरू हो गई है।
ढासा बॉर्डर धरने पर प्रशासन ने खोला एक तरफ का रास्ता, 100 दिन से था बंद
किसान नेताओं के मुताबिक धरने के पहले दिन से ही हजारों किसान बॉर्डर के एक तरफ बैठे हुए हैं और दूसरी तरफ का रास्ता किसानों ने कभी भी नहीं रोका। किसानों के मुताबिक प्रशासन ने खुद ब खुद ही बॉर्डर को ब्लॉक कर रखा है और आज प्रशासन ने एक तरफ का रास्ता खोल दिया है।
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ढासा बॉर्डर धरने पर प्रशासन ने खोला एक तरफ का रास्ता, 100 दिन से था बंद
किसान नेताओं के मुताबिक उन्होंने कभी भी जनता को परेशान करने के लिए बॉर्डर्स को ब्लॉक नहीं किया बल्कि सरकार और प्रशासन ने खुद ब खुद बॉर्डर्स पर बड़े-बड़े पत्थर फेंसिंग और कीलें लगवा दी और आज प्रशासन ने एक तरफ का रास्ता खोल दिया है तो किसानों को इससे कोई दिक्कत नहीं है। किसानों का कहना है कि इससे उनके आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और तीन कृषि कानूनों की वापसी तक किसान बॉर्डर पर जो का त्यों ही डटा रहेगा।
ढासा बॉर्डर धरने पर प्रशासन ने खोला एक तरफ का रास्ता, 100 दिन से था बंद
गौरतलब है कि किसान शुरू से ही ढासा बॉर्डर धरने पर एक तरफ अपना शांतिप्रिय आंदोलन चला रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ का रोड किसानों ने कभी भी ब्लॉक नहीं किया। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इस रास्ते को बंद किया था जो अब खोल दिया गया है।
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