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फतेहाबाद। (सतीश अरोड़ा) दूसरों को न्याय दिलवाने वाला वकील आज खुद के साथ न्याय के लिए भटक रहा है। पुलिस की कार्य प्रणाली से फतेहाबाद के वकील का परिवार इतना दुखी है कि वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ आज लघु सचिवालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गया। लघु सचिवालय के बाहर शुरू किए गए धरने में महिला अधिकारी एवं उनके पति एडवोकेट मनोहरलाल ने एक सब इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
दरअसल वकील के घर से दिसंबर 2017 में चोरी की वारदात हुई थी। वकील परिवार के मुताबिक उनके घर से 35 तोले सोना, 50 तोले चांदी तथा करीब 2 लाख 70 हजार रुपए की चोरी हुई। आरोप है कि जब पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा तो 11 तोले सोना ही रिकवर दिखाय गया जबकि बाकी सोना एवं अन्य सामान अवैध रूप से अपनी कस्टडी में रखा लिया।
बार-बार आग्रह करने के बाद भी उनका रिकवर किया गया सोना व अन्य सामान वापस नहीं किया। वकील मनोहरलाल एवं संरक्षण अधिकारी रेखा अग्रवाल ने बताया कि इस बारे में उन्होंने जांच अधिकारी ओमप्रकाश की शिकायत की और सामान दिलवाने के लिए पुलिस अधीक्षक का दरवाजा भी खटखटाया। मगर 8 महीने बीत जाने के बाद उन्हें कोई न्याय नहीं मिला।
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थकहार कर उन्होंने आज लघु सचिवालय के बाहर अपने परिवार के साथ अमरण अनशन शुरू किया। आमरण अनशन पर बैठे परिवार ने शासन और प्रशासन से आरोपी जांच अधिकारी ओमप्रकाश तथा दो अन्य लोगों के विरूद्ध सख्त कानूनी करने तथा उनकी गिरफ्तारी के साथ-साथ उन्हें उनका सामान वापस दिलवाए जाने की मांग की है।
जांच अधिकारी ओमप्रकाश ने वकील परिवार के आरोपों को सिरे से नाकारा
वहीं इस मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी ओमप्रकाश ने वकील परिवार के आरोपों को सिरे से नाकारा है और कहा कि जब सामान की रिकवरी हुई तो अग्रवाल परिवार ने पुलिस वालों को मिठाई खिलाई थी लेकिन अब उन्हें बेवजह फ़ंसाने के प्रयास किए जा रहे हैं ।
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