- इंसानों की तरह कुत्तों में भी फैल रही है एड्स की बीमारी
- सही समय पर ईलाज नही किया तो 3 दिन में हो सकती है मौत
- गर्मी वाले ईलाजों में ज्यादा फैलती है कुत्तों में एड्स की बीमारी
- साइथ अफ्रीका में सबसे ज्यादा है यह बीमारी
हिसार। (संदीप सैणी) एडस जैसी घातक बीमारी अभी तक इंसान को प्रभावित करती आई है। लेकिन अब भारत के कुत्तों में एड्स की बीमारी फैल रही है।
अगर कुत्तों की एड्स की बीमारी का ईलाज तीन दिन तक नहीं होता तो उसकी मौत निश्चित है। हिसार के लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी के लुवास के जीव विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों ने पाया कि कुत्ते एड्स के पॉजिटीव पाए गए हैं।
हिसार के लाला लाजपत राय यूनिवर्सिटी के परजीवी विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुखदीप वोहरा व डॉ. अनिल नेहरा ने लंबी रिसर्च के बाद पाया कि एडस एर्लिचिया नामक परजीवी के कारण होता है। यह चीचड़ से खून में फैलता है जिससे यह बीमारी अपना रुप धारण कर लेती है।
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उन्होंने बताया कि विश्व भर में कुत्तों की कुल संख्या 90 करोड़ है। भारत में इस समय कुत्तों की संख्या 195 लाख तथा हरियाणा प्रदेश में भी करीब 19 लाख कुत्तों की सख्ंया है। वैज्ञानिकों के अनुसार विदेशी नस्ल के कुत्तों में एडस की बीमारी ज्यादा फैल रही है और भारत के कुत्तों में यह बीमारी ज्यादा फैल रही है।
साऊथ अफ्रीका में यह बीमारी कुत्तों में ज्यादा है और अब अमेरिका तथा भारत मे लगातार फैल रही है। साइंटिस्टों के अनुसार भारत में हर राज्य से एडस की बीमारी की शिकायते आ रही हैं। यह बीमारी पूरे शरीर में फैल जाती है और ब्लड में जाने के बाद कुत्ते को प्रभावित करती है। अगर तीन चार दिनों तक ईलाज नहीं किया तो कुत्ते की मौत हो जाती है।
कुत्तों में एडस की जांच के लिए उनके खून का सैंपल लिया जाता है। सैंपल लेने के करीब आधा घंटे बाद ही रिपोर्ट आ जाती है। हालांकि बाद में पीसीआर मशीन से भी जांच की जाती है। पीसीआर मशीन से रिजल्ट आने में तीन से लेकर चार घंटे तक का समय लग जाता है। पीसीआर मशीन से होने वाली जांच के बाद ही पॉजेटिव या नेगेटिव घोषित किया जाता है।
---PTC NEWS---