Fri, Apr 19, 2024
Whatsapp

नौकरी छोड़ पर्यावरण की अलख जगाने निकला फरीदाबाद का मित्तल

Written by  Arvind Kumar -- November 03rd 2019 02:53 PM -- Updated: November 03rd 2019 02:54 PM
नौकरी छोड़ पर्यावरण की अलख जगाने निकला फरीदाबाद का मित्तल

नौकरी छोड़ पर्यावरण की अलख जगाने निकला फरीदाबाद का मित्तल

झज्जर। (प्रदीप धनखड़) इन दिनों एनसीआर सहित देश के कई अन्य स्थानों पर प्रदूषण की स्थिति खतरनाक मोड़ पर है। लोगों ने जहां सुबह की सैर करना तक बंद कर दिया है और बचाव के लिए मास्क तक पहनने शुरू कर दिए हैं। वहीं इस भीड़ से अलग हटकर ग्लोबल वार्मिंग के प्रति जागरूकता का संदेश देने के लिए एक युवक ने देश में 13 हजार किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की है।

  • 14 अक्टूबर को जम्मू से शुरू की पदयात्रा सभी राज्यों से गुजरेगी
  • सामाजिक संस्थाएं कर रही हैं फंडिंग
  • लोगों का भी मिल रहा है सहयोग
  • मां की मौत के बाद छोड़ी इंजीनियरिंग की पढ़ाई
  • स्कूल-कॉलेज के छात्रों और युवाओं को करते हैं पर्यावरण के लिए प्रेरित
फरीदाबाद के रहने वाले अरुण मित्तल नामक ने अपनी यह पदयात्रा पिछले माह 14 अक्टूबर को शुरू की थी। विभिन्न स्थानों से होते हुए जब अरूण मित्तल पैदल चलकर झज्जर पहुंचे तो उस दौरान मीडिया के रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और कुछ सालों तक एक बड़ी कम्पनी में बतौर इंजीनियर नौकरी भी की। लेकिन अचानक हुई मां की मौत के बाद उन्हें पर्यावरण को बचाने के लिए प्रेरणा मिली। [caption id="attachment_355833" align="aligncenter" width="700"]Padyatra 2 नौकरी छोड़ पर्यावरण की अलख जगाने निकला फरीदाबाद का मित्तल[/caption] अरूण ने बताया कि अपनी इस पदयात्रा के दौरान वह रास्ते में पड़ने वाले स्कूल, कॉलेजों में पहुंचकर छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हैं। रास्ते में भी लोग उनसे उनकी पदयात्रा का मकसद पूछते हैं तो वह उन्हें व खासकर युवाओं को पर्यावरण के प्रति जागरूता का संदेश देते हैं। उन्होंने बताया कि अपनी पदयात्रा के दौरान वह देश के सभी राज्यों से होकर गुजरेंगे। उनका मकसद है कि भले ही वह अपनी इस पदयात्रा के दौरान सौ प्रतिशत लोगों को इसके प्रति जागरूक न कर पाए। लेकिन उनका यह भी मानना है कि यदि वह पांच प्रतिशत लोगों को भी इसके लिए सजग कर पाए तो वह अपनी पदयात्रा सफल मानेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी इस पदयात्रा के लिए कुछ संस्थाएं फंडिंग करती है और लोकल लोगों से भी उन्हें मदद मिलती है। यहां तक की नौकरी में रहकर जो उन्होंने जमा पूंजी की थी वह भी इस पदयात्रा में ही वह खर्च कर रहे हैं। यह भी पढ़ें : प्रदूषण से बचाव को आगे आई सामाजिक संस्था, लोगों को बांटे मास्क ---PTC NEWS---

Top News view more...

Latest News view more...