ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हराकर 7वीं बार महिला विश्व कप खिताब पर किया कब्जा, हीली ने गिलक्रिस्ट-पोटिंग को भी छोड़ा पीछे
ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हराकर 7वीं बार महिला विश्व कप खिताब पर कब्जा जमा लिया। फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 71 रन से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। खिताबी मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित ओवर में 5 विकेट पर 356 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड 357 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम 285 रन पर ही ढेर हो गई। इंग्लैंड की बल्लेबाज सीवर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया, लेकिन दूसरे छोर पर साथ न मिलने के कारण उनकी पारी पर भी काम नहीं आई। सीवर 148 रन पर नाबाद लौटीं। इंग्लैंड के लिए सीवर के अलावा ब्यूमोंट 27, हीथर नाइट 26 और सोफी डंकली 22 रन ही बना सकीं। अलाना किंग और जेस जोनासन ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट लिए। इससे पहले एलीसा हीली के 170 रन की पारी के दम पर आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 विकेट पर 356 रन का विशाल स्कोर बनाया। हीली को 41 रन के निजी योग पर जीवनदान मिला जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया। उन्होंने अपनी पारी में 138 गेंदों पर 26 चौके लगाए। हीली ने पुरुष एवं महिला विश्व कप के फाइनल में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का नया रिकॉर्ड भी बनाया। उनके बाद एडम गिलक्रिस्ट (149, विश्व कप 2007), रिकी पोंटिंग (140, विश्व कप 2003) और विव रिचर्ड्स (138, विश्व कप 1979) का नंबर आता है। हीली का उनकी सलामी जोड़ीदार रेचेल हेंस (93 गेंदों पर 68) और बेथ मूनी (47 गेंदों पर 62) ने उनका अच्छा साथ दिया जिससे ऑस्ट्रेलिया महिला विश्व कप फाइनल में सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड बनाने में सफल रहा। यह पुरुष और महिला विश्व कप फाइनल में दूसरा बड़ा स्कोर है। ऑस्ट्रेलियाई पुरुष टीम ने विश्व कप 2003 के फाइनल में भारत के खिलाफ दो विकेट पर 359 रन बनाए थे।