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शिमला। शिमला के IGMC में दो मरीजों ने ब्लैक फंगस से दम तोड़ दिया। एक व्यक्ति हमीरपुर जबकि दूसरा सोलन के कसौली क्षेत्र से संबंध रखता था। बताया जा रहा है कि दोनों मधुमेह के मरीज़ थे। ब्लैक फ़ंगस इनके ब्रेन तक पहुँच गया था। हमीरपुर का मरीज़ दो दिन पहले ही IGMC में पहुंचा था जबकि सोलन का व्यक्ति 22 मई को आईजीएमसी में दाखिल किया गया था।
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि लोगों को सिर दर्द, चेहरे में दर्द, नाक बंद रहना, आंखों की रोशनी कम होना, आंखों में दर्द, गालों और आंखों में सूजन, दांतो का ढीला होना और नाक से असाधारण काला रसाव होना जैसे ब्लैक फंगस के लक्षणों के प्रति सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के लक्षण पाए जाने पर व्यक्ति तुरन्त चिकित्सक से सलाह ले और इस बीमारी का समय पर उपचार सुनिश्चित करवाएं।
उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस प्रदेश में महामारी घोषित है। सभी जिलों को ब्लैक फंगस के मामलों से संबंधित डाटा को भारत सरकार के एस 3 पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि मामलों की निरन्तर निगरानी और इससे संबंधित सही जानकारी प्राप्त हो सके।
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प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में गत दिवस तक कोविड-19 के 8 मरीजों में ब्लैक फंगस पाया गया हैं। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला में पांच और डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में तीन मरीज उपचार के लिए भर्ती किए गए।
उन्होंने कहा कि कोविड के दो मरीजों की म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फगंस) से मृत्यु हो गई है, जिसमें से जिला सोलन के 49 वर्षीय व्यक्ति को 22 मई, 2021 को आईजीएमसी शिमला में भर्ती किया गया था। यह व्यक्ति मधुमेह और किडनी संबंधी रोग से पीड़ित था तथा जिला हमीरपुर से 38 वर्षीय व्यक्ति को 27 मई, 2021 को आईजीएमसी में उपचार के लिए भर्ती किया गया था। यह व्यक्ति मधुमेह रोग से पीड़ित था। दोनों मृतकों को कोविड निमोनिया था।
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