किलिमंजारो की चोटी फतह करने वाले दूसरे हरियाणवी बने भिवानी के वरूण!
भिवानी। (कृष्ण सिंह) विश्व के सबसे खतरनाक खेलों में से एक पर्वतारोहण में भिवानी के पर्वतारोही वरूण ने दक्षिण अफ्रीका के किलिमंजारो पर्वतश्रेणी पर तिरंगा झंडा फहराकर प्रदेश व देश का मान बढ़ाया है। उनके भिवानी पहुंचने पर रेलवे स्टेशन पर ही भिवानीवासियों ने ढोल नगाड़ों व फूलों व रुपयों की मालाओं के साथ पर्वतारोही वरूण का भव्य स्वागत किया। [caption id="attachment_342724" align="aligncenter" width="700"] किलिमंजारो की चोटी फतह करने वाले दूसरे हरियाणवी बने भिवानी के वरूण[/caption] अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी के रूप में किलिमंजारो की पहचान है, जिसकी ऊंचाई पांच हजार 895 मीटर है तथा इस चोटी पर चढ़ने का सक्सेस रेट 65 प्रतिशत के लगभग रहा है। भारत के 10 सदसीय दल के साथ सात दिन में किलिमंजारो की चोटी पर तिरंगा फहराने वाले वरूण प्रदेश के दूसरे पर्वतारोही हैं! भिवानी के निवासियों ने रेलवे जंक्शन से ही ढोल नगाड़ों के साथ पर्वतारोही वरूण का स्वागत शुरू किया, जिसके बाद शहर के विभिन्न चौराहों से होते हुए विजय जुलूस निकाला। [caption id="attachment_342726" align="aligncenter" width="700"] किलिमंजारो की चोटी फतह करने वाले दूसरे हरियाणवी बने भिवानी के वरूण[/caption] वरूण ने अपने आगामी उद्देश्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वे अब रशिया के एलबुश पर्वत पर तिरंगा फहराने की तैयारी कर रहे हैं। अप्रैल 2020 में उनका मकसद एवरेस्ट पर्वत पर तिरंगा फहराना हैं। इसके लिए वे अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि एवरेस्ट पर जाने के लिए उन्हें खेल मंत्रालय व प्रदेश सरकार से आर्थिक मदद की आवश्यकता रहेगी, क्योंकि उन्होंने अब तक अपनी बहन से पैसे लेकर किलिमंजारो की चोटी पर तिरंगा फहराया है। [caption id="attachment_342723" align="alignleft" width="300"] किलिमंजारो की चोटी फतह करने वाले दूसरे हरियाणवी बने भिवानी के वरूण[/caption] वहीं वरूण महता की मां शशी ने बताया कि उन्हे व भिवानीवासियों को बहुत खुशी है कि उनका बेटा दक्षिण अफ्रीका के किलिमंजारो की चोटी का फतेह करके आया है। उन्होंने प्रदेश सरकार व भारत सरकार से भी अपील की है कि आगामी पर्वतारोहण अभियानों के लिए सरकार वरूण महता को आर्थिक मदद दें। यह भी पढ़ें : बच्चों को पढ़ाने के लिए ये टीचर पैरों से लिखते हैं बोर्ड पर, बचपन से नहीं है दोनों बाजुएं ---PTC NEWS---