up assembly election 2022: बड़े नेताओं के पार्टी से छोड़ने से दबाव में है बीजेपी? आज हो सकता है उम्मीदवारों के नामों का ऐलान
up assembly election 2022: पांच राज्यों में चुनावी बिगुल बज चुका है। उम्मीदवारों के नामों को लेकर पार्टियों का मंथन जारी है। इसी बीच उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बीजेपी के लिए समस्या ये है कि वो अब तक अपने किसी भी उम्मीदवार की सूची जारी नहीं कर पाई है। अब सवाल ये है कि क्या बीजेपी बड़े नेताओं के पार्टी छोड़ने से दबाव में है। क्या इन नेताओं के जाने के बाद से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ी है और इसी कारण उम्मीदवारों के नामों को लेकर देरी होरही है। उम्मीदवारों के नामों को लेकर बीजेपी चुनाव समिति की बैठक भी हालिया दिनों में दिल्ली में आयोजित की गई थी। इसमें पार्टी ने पहले तीन चरण के 172 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की थी। अब इस सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि बीजेपी शनिवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दे। दिल्ली में चुनाव समिति व पार्टी हाईकमान की बैठक में प्रत्याशियों की लिस्ट फाइनल की गई है। इस प्रक्रिया से जुड़े सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान कुछ सीटों पर सीएम योगी आदित्यनाथ और हाईकमान एकमत नहीं थे। मगर सीएम योगी की मर्जी के विपरीत कुछ सीटों पर नाम तय किए गए। इस सूची में सभी नाम सीएम योगी आदित्यनाथ की पसंद के नहीं हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी हाईकमान ने कुछ सीटों पर योगी की राय को दरकिनार कर अपने स्तर पर प्रत्याशी फाइनल किए हैं। पहली सूची में योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के अलावा बाकी सभी नाम पहले और दूसरे चरण की सीटों के प्रत्याशियों के होंगे। सीएम योगी और डिप्टी सीएम मौर्य दोनों की ही सीटों पर चुनाव पांचवें चरण में होना है। इस सूची में पार्टी के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह का भी नाम होगा। पार्टी उन्हें नोएडा से टिकट देने वाली है। इसके अलावा कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह को भी अतरौली से टिकट दिया जा रहा है। एक के बाद एक तीन कैबिनेट मंत्रियों और 6 विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद से बीजेपी भारी दबाव में है। इस वजह से भी उम्मीदवारों की सूची जारी करने में देरी हो रही है। पार्टी पर अपना पिछला प्रदर्शन दोहराने का दबाव है। पार्टी नेतृत्व उत्तर प्रदेश में फिर से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए ऐसे चेहरों को चुनावी मैदान में उतारने की कोशिश कर रहा है, जो उसे जीत दिला सकें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस बार का विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है. माना जा रहा है कि बीजेपी उन्हें अयोध्या की किसी सीट से उम्मीदवार बनाएगी। वहीं इस बात की भी चर्चा है कि विधानसभा चुनाव में अपने कुछ बड़े नेताओं को भी चुनाव मैदान में उतार सकती है। इसमें उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ-साथ कुछ राज्य सभा और विधान परिषद के सदस्यों के नाम शामिल हैं।