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रेवाड़ी/महेंद्र भारती: राजस्थान के कोटकासिम के मेटल व्यापारी का शव रेवाड़ी में उत्तम नगर में बने एक गोदाम से बरामद किया गया है। मृतक व्यापारी पिछले 5 दिनों से लापता था। व्यापारी को किसी और ने नहीं, बल्कि रेवाड़ी में रहने वाले एक अन्या व्यापारी ने ही अपने दो साथियों के साथ मिलकर मौत के घाट उतारा था।
मिली जानकारी के अनुसार, अलवर शहर की स्कीम नंबर-2 में रहने वाले मंगत अरोड़ा (50) मैटल का व्यापार करते थे। 10 अगस्त को मंगत अरोड़ा रेवाड़ी में अपने साथी व्यापारी अंकित भालिया से पैसे लेने के लिए निकला था। परिवार के मुताबिक अंकित भालिया से 35 लाख रुपए का लेने थे। पैसे लेने के सिलसिले में रेवाड़ी पहुंचे थे, लेकिन उसके बाद वापस घर नहीं लौटे।
परिजनों ने उसी दिन अलवर में गुमशुदगी का केस दर्ज कराया। अलवर पुलिस ने जीरो एफआईआर काट कर रेवाड़ी भेज दी। शुरूआत में रेवाड़ी पुलिस ने ढीला रवैया अपनाया। आरोप है कि 10 अगस्त को अंकित भालिया मंगला आरोड़ा को पैसे देने की बात कहकर रेवाड़ी के दिल्ली रोड स्थित उत्तम नगर में ले गया। वहां उसे कुर्सी पर बैठा दिया और फिर साजिश के तहत अपने दो साथियों के साथ मिलकर तार से गला दबाकर हत्या कर दी।
उसी दिन पूरी प्लानिंग के साथ तीनों आरोपियों ने मंगत के शव को गोदाम में ही गड्डा खोदकर गाड़ दिया। इतना ही नहीं आरोपियों ने उस पर पक्का फर्श भी डलवा दिय़ा। इसके बाद आरोपी व्यापारी ने मंगत अरोड़ा को लेकर झूठी जानकारी दी कि वह 12 लाख रुपए लेकर उसके यहां से गया है। इसके बारे में उसे कुछ नहीं पता।
पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया कि आरोपी अंकित भालिया ने अपने दो साथियों मनोज व एक अन्य को 3 लाख रुपए में मंगत अरोड़ा की हत्या करने के लिए तैयार किया था। इसके बाद मंगल अरोड़ा की पूरी प्लानिंग के साथ हत्या कर दी और फिर मोबाइल भी गुम कर दिया।
रविवार की रात मंगत अरोड़ा का मोबाइल फोन गुरुग्राम में पड़ा मिला। जिस व्यक्ति ने मोबाइल चालू किया। उसे पुलिस ने रात में ही पकड़ लिया। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हो गया। पुलिस ने आरोपी अंकित भालिया को पंजाब के लुधियाना शहर से गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं मनोज व उसके एक साथी को भी गिरफ्तार कर लिया है।-