CDS जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर क्रैश की वजह आई सामने, जांच कमेटी ने रिपोर्ट की पूरी
नेशनल डेस्क: सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) मामले की जांच पूरी कर ली गई है। जांच के लिए गठित की गई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट से सामने आया है कि हेलिकॉप्टर क्रैश का बड़ा कारण खराब मौसम था। जानकारी के मुताबिक जांच के लिए गठित की गई एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पूरी कर ली है और अब लीगल विंग के पास कानूनी सलाह के लिए इसे भेजा जाएगा। जल्द ही कमेटी की रिपोर्ट वायुसेना (Air Force) प्रमुख को सौंप दी जाएगी। वायुसेना की तरफ से जांच कमेटी की रिपोर्ट पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, क्रैश के कारणों की जांच कर रही कमेटी ने पाया है कि खराब मौसम के चलते पायलट के 'डिसओरिएंट' होने के कारण ये हादसा हुआ होगा। तकनीकी भाषा में इसे सीएफआईटी यानि ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इंटू टेरेन’ कहते हैं। वायुसेना (Air Force) की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने एक ट्राई-सर्विस इंक्वायरी के आदेश दिए थे, जो दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी है। बता दें कि बीते दिसंबर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित कुल 14 लोगों की मौत हो गई थी। 8 दिसंबर को सीडीएस जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस से वायुसेना के Mi-17वी5 हेलिकॉप्टर से ऊंटी के करीब वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे। उसी दौरान उनका हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे पर लगातार सवाल उठ रहे थे कि आखिर वायुसेना का 'Mi-17वी5' हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ तो हुआ कैसे? वायुसेना ने दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था, जिससे कि दुर्घटना के कारणों का साफ-साफ पता चल पाए।