ABG शिपयार्ड के निदेशकों के खिलाफ CBI ने लुकआउट नोटिस किया जारी, सबसे बड़े बैंक घोटाले को दिया है अंजाम
ABG Shipyard bank fraud: सीबीआई (CBI) 22842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) के निदेशकों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOCs) जारी किया है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। इससे पहले सीबीआई ने देश के सबसे बड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड और उसके तत्कालीन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड (ABG Shipyard Company) और एबीजी इंटरनेशनल ने 28 बैंकों के साथ 22,842 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी की है है। कंपनी ने SBI से 2,925 करोड़ रुपये का कर्ज लिया, लेकिन चुकाया नहीं। उन्होंने कई और बैंकों से भी कर्ज लिया और कभी भुगतान नहीं किया। [caption id="attachment_557189" align="alignnone" width="700"] कॉन्सेप्ट इमेज[/caption] एफआईआर के मुताबिक, इस कंपनी ने तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर बैंकों के समूह को चूना लगाया। बैंकों के साथ-साथ एलआईसी के साथ भी 136 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। कंपनी जहाज निर्माण और जहाज की मरम्मत का काम करती है। इसके शिपयार्ड गुजरात के दहेज और सूरत में स्थित हैं। [caption id="attachment_588306" align="alignnone" width="700"] कॉन्सेप्ट इमेज[/caption] स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई ने एबीजी शिपयार्ड के निदेशक ऋषि अग्रवाल और संथानम मुथुस्वामी को आरोपी के रूप में नामजद करते हुए केस दर्ज किया है। एफआईआर के मुताबिक घोटाले का समय अप्रैल 2012 से जुलाई 2017 तक बताया गया है। यह सीबीआई द्वारा दर्ज सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी का मामला है। क्योंकि यह नीरव मोदी से भी बड़ा घोटाला है। कॉन्सेप्ट इमेज