पटियाला में शिवसैनिक-खालिस्तानी समर्थकों में झड़प, लहराई गई तलवारें...पुलिस को करनी पड़ी हवाई फायरिंग
पंजाब के पटियाला में दो गुटों के बीच जुलूस निकालने को लेकर झड़प हो गई। पुलिस ने मामले को सुलझाने की कोशिश की तो पुलिस पर भी पथराव किया गया। वहीं दूसरे पक्ष पर भी तलवारें लहराने का आरोप है। जानकारी के मुताबिक, शिवसैनिक खलिस्तान के खिलाफ मार्च निकाल रहे थे। तभी खलिस्तान समर्थकों ने इस मार्च का विरोध किया। देखते-देखते दोनों गुट आमने-सामने आ गए। कुछ खलिस्तानी समर्थक पत्थरबाजी करने लगे। बताया जा रहा है कि कुछ कट्टरपंथी तलवारें लेकर काली माता मंदिर के पास पहुंच गए थे। एक शिवसैनिक नेता पर भी तेजधार हथियार से हमला करने की खबर है। शिवसैनिकों ने भी पुलिस पर पत्थराव किया। हालात बिगड़ते देख वहां भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए कई हवाई फायर भी किए। एसएसपी नानक सिंह ने मौके पर स्थिति को संभालने की कोशिश की। खबरों के मुताबिक, लोगों के पास जुलूस निकालने की अनुमति नहीं थी। इस घटना के दौरान एसएचओ समेत कुछ और लोग चोटिल हो गए हैं। वहीं पुलिस को हालात संभालने के लिए हल्का सा बल प्रयोग करना पड़ा। दोनों ही गुटों के लोगों को वापिस अपने अपने धार्मिक स्थानों में भेज दिया गया। बताया गया कि फुव्वारा चौक पर अगर ये दो पक्ष आमने सामने आ जाते तो बड़ी हिंसा हो सकती थी, जिसे पुलिस ने समय रहते संभाल लिया। इलाके में तनाव की स्थिति बताई जा रही है। ये मार्च पटियाला में शिवसेना (बाल ठाकरे) के पंजाब कार्यकारी प्रधान हरिश सिंगला की देखरेख में आर्य समाज चौक से खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च शुरू हुआ। शिव सैनिक कार्यकर्ता खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए बढ़ रहे थे। हरीश सिंगला ने कहा कि शिवसेना कभी भी पंजाब में खालिस्तान नहीं बनने देगी और ना ही किसी खालिस्तान का नाम लेने देगी। इसी दौरान कुछ सिख संगठन भी तलवारें लहराते हुए सड़क पर आ गए और दोनों ओर से स्थिति तनावपूर्ण बन गई। फिलहाल पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है।