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मंडी: सीएम जयराम ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी का मंगलवार को उद्घाटन किया। ये हिमाचल प्रदेश का दूसरा विश्विद्यालय होगा। पांच जिलों के 140 कॉलेज इसके अधीन होंगे। इनमें मंडी, कुल्लू, लाहौल स्पिति, चंबा और कांगड़ा जिला के सभी सरकारी और निजी कॉलेज शामिल हैं।
अभी ये विद्यार्थी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से संबंद्ध कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे थे। मंडी में विश्विद्यालय बनने से अब इन छात्रों को छोटे छोटे कामों के लिए शिमला नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही इससे इनके धन और समय की बचत भी होगी। मंडी का वल्लभ कालेज शिमला यूनिवर्सिटी के बाद दूसरा ऐसा संस्थान है जहां पर बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है. आज भी यहां 6700 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
सीएम ने पड्डल मैदान में कैंपस का लोकार्पण करने के बाद मोतीपुर स्थित देव सदन में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम जयराम ने कहा कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी मंडी जुलाई से शुरू होने वाले सत्र से अपना काम शुरू कर देगी। विश्विद्यालय के कैंपस निर्माण के लिए जमीनें चिन्हित कर ली गई हैं, लेकिन द्रंग विधानसभा क्षेत्र के के बासाधार में अधिक जमीन उपलब्ध होने के कारण, कैंपस को वहां बनाने पर विचार विमर्श किया जा रहा है।
पिछले कुछ समय से प्रदेश में सरकारी व निजी महाविद्यालयों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इससे प्रदेश के एकमात्र विश्वविद्यालय पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा था। मंडी में क्लस्टर यूनिवर्सिटी बनाई गई थी, लेकिन इसमें भी आसपास के कुछ महाविद्यालय शामिल किए गए। सुझाव आने पर मंडी में प्रदेश विश्वविद्यालय खोलने का सरकार ने निर्णय लिया। मंगलवार को मंडी में प्रदेश के दूसरे विश्वविद्यालय का शुभारंभ कर दिया गया।
मंत्रीमंडल की बैठक में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के क्षेत्राधिकार और मंडी विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार स्वीकृत कर दिए गए हैं। अब सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के तहत 137 महाविद्यालय, जबकि शिमला, सिरमौर, सोलन, किन्नौर, बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना जिलों के 165 महाविद्यालय हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के अंतर्गत आएंगे।-