हिमाचल में 90 फीसदी से ज्यादा कोविड19 मरीज होम आइसोलेशन में: सीएम
शिमला। हिमाचल प्रदेश में 90 प्रतिशत से अधिक कोविड-19 मरीज होम आईसोलेशन में हैं। इसलिए होम आईसोलेशन तंत्र को सुदृढ़ करने पर बल दिया जाना चाहिए। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शनिवार को सोलन जिला के नालागढ़ में सिरमौर जिला की कोविड-19 की वर्चुअली समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि राज्य में होम आईसोलेशन तंत्र को सुदृढ़ करने के अलावा कोविड-19 मरीजों का पता लगाने के लिए परीक्षण संख्या बढ़ाने पर विशेष बल दिया जाना चाहिए। [caption id="attachment_490196" align="aligncenter" width="700"] हिमाचल में 90 फीसदी से ज्यादा कोविड19 मरीज होम आइसोलेशन में: सीएम[/caption] उन्होंने कहा कि इसी प्रकार चिकित्सकों को भी होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों का उचित उपचार और नियमित निगरानी सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि होम आईसोलेशन के अन्तर्गत घरों में रहने वाले मरीजों की स्वास्थ्य विभाग को स्वास्थ्य मापदण्ड के अनुसार नियमित निगरानी करनी चाहिए। पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों को भी होम आईसोलेशन के अन्तर्गत रहने वाले मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखनी चाहिए। जय राम ठाकुर ने कहा कि काला अम्ब और पांवटा साहिब क्षेत्रों के उद्योगपत्तियों को उनकी इकाइयों में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी की गई मानक संचालन प्रक्रिया और दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 पॉजीटिव मरीजों के सम्पर्कों का पता लगाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। [caption id="attachment_490197" align="aligncenter" width="1600"] हिमाचल में 90 फीसदी से ज्यादा कोविड19 मरीज होम आइसोलेशन में: सीएम[/caption] यह भी पढ़ें- बॉर्डर पर नहीं रोके जाएंगे पर्यटक और हिमाचली, रिपोर्ट लाना जरूरी: सीएम यह भी पढ़ें- चंडीगढ़: अब वर्कप्लेस पर लगा सकेंगे टीका, करना होगा ये काम [caption id="attachment_490198" align="aligncenter" width="700"] हिमाचल में 90 फीसदी से ज्यादा कोविड19 मरीज होम आइसोलेशन में: सीएम[/caption] उन्होंने कहा कि इससे राज्य में कोविड-19 मरीजों का समय पर पता लगाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिले में ऑक्सीजनयुक्त बिस्तरों की क्षमता को भी बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुकानदारों को कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए नो मास्क, नो सर्विस नीति का कड़ाई से पालन करना चाहिए।