
कांग्रेस के भारत बंद के आह्वान का हरियाणा में मिला-जुला असर देखने को मिला है. सुबह दुकानदारों ने फिर भी दुकानें बंद कीं लेकिन दिन चढ़ने के साथ बंद का असर बे-असर होता नज़र आया. सोनीपत और फरीदाबाद में व्यापारियों ने पूरी तरह से बंद को नकार दिया जबकि यमुनानगर, झज्जर,जींद, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, भिवानी में भी बंद का मिला-जुला असर दिखा.
हालांकि कांग्रेसी कार्यकर्ता लगातार ये दावे करते दिखे कि व्यापारियों ने स्वेच्छा से बंद को समर्थन दिया है लेकिन हकीकत कुछ और ही दिखी. कुछेक जगहों पर दुकानदारों ने आरोप लगाया कि कांग्रेसी कार्यतकर्ताओं ने उनके साथ जबरदस्ती की. चंडीगढ़ के सेक्टर-19 में कुछ दुकानदारों के मुताबिक उनसे जबरन दुकानें बंद करवाने की कोशिश की गईं.
गौरतलब है कि 8 सितंबर को इनेलो की तरह से प्रदेश बंद के आह्वान किया गया था. इनेलो ने SYL के साथ महंगाई के मुद्दे पर विरोध जताया था और इनेलो का बंद कहीं-कहीं असर भी दिखा गया लेकिन कांग्रेस के भारत बंद का असर होता नज़र नहीं आया. हालांकि इस बंद 21 पार्टियों का समर्थन भी हासिल था, लेकिन देश की जनता ने बंद को असरदार नहीं बनाया.