सोनिया गांधी ने पीएम को लिखा पत्र, ब्लैक फंगस से निपटने के लिए दवाओं के इंतजाम का किया आग्रह
नई दिल्ली। देश में बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामलों को देखते हुए इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी दवा एम्फोटेरिसिन-बी की मांग भी बढ़ गई है। ऐसे में आने वाले दिनों में इस दवा की किल्लत हो सकती है। इस बीच ब्लैक फंगस को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। पत्र में कहा गया है कि म्यूकर मायकोसिस यानी ब्लैक फंगस का कहर बढ़ता जा रहा है, ऐसे में ब्लैक फंगस से निपटने के लिए पर्याप्त दवाओं का इंतजाम किया जाए। सोनिया गांधी ने पत्र में लिखा कि ब्लैक फंगस की चपेट में आने वाले सभी मरीजों का निशुल्क इलाज किया जाना चाहिए। उन्होंने म्यूकर मायकोसिस को आयुष्मान भारत और अन्य स्वास्थ्य बीमा में कवर किए जाने का अनुरोध किया है। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ब्लैक फंगस रोग के इलाज के लिए फंगलरोधी दवा एम्फोटेरिसिन-बी की आपूर्ति और उपलब्धता बढाने के हरसंभव उपाय कर रही है। देश में पांच अतिरिक्त निर्माताओं को यह दवा बनाने के लिए लाइसेंस दिया गया है जबकि पांच मौजूदा निर्माताओं से उत्पादन तेजी से बढाने को कहा गया है। माई लैब कंपनी इसकी इंपोर्टर है। यह भी पढ़ें: हुड्डा बोले- किसानों पर दर्ज सभी मुकदमे वापस ले सरकार यह भी पढ़ें: MSMEs को 15 दिन में उद्योग शुरू करने की इजाजत दे रही है हरियाणा सरकार – डिप्टी सीएम स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक ब्लैक फंगस की दवा एम्फोटेरिसिन बी का उत्पादन मई के महीने में 1,63,752 शीशी होगा। जून के महीने में 2,55,144 शीशी का उत्पादन हो पाएगा। इसके साथ एम्फोटेरिसिन बी की 3,63,000 शीशी का आयात किया जा रहा है। कुल मिलाकर देश में एम्फोटेरिसिन बी की 5 लाख से ज्यादा शीशियां उपलब्ध होंगी। जानकारी के मुताबिक जून के महीने में 3,15000 शीशी आयात की जाएगी। इसके साथ एंटी फंगल दवा एम्फोरेटिसिन बी के उत्पादन के लिए हैदराबाद स्थित नैटको फार्मास्यूटिकल, वडोदरा स्थित एलेंबिक फार्मास्यूटिकल, गुजरात स्थित गूफिक बायोसाइंस, पूणे स्थित एमक्योर फार्मास्यूटिकल और गुजरात स्थित लाइका को लाइसेंस दिया गया है। यह सारी कंपनियां जुलाई के महीने में एम्फोटेरिसिन बी की 1,11,000 शीशी का उत्पादन करेंगी।