ऋणों की ब्याज माफ़ी को सुरजेवाला ने बताया चुनावी लॉलीपॉप
चंडीगढ़। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व केंद्रीय कांग्रेस कोर कमेटी सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि खट्टर सरकार द्वारा लैंड मोर्टगेज बैंकों, को ऑपरेटिव बैंकों व प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों के ऋणों की ब्याज माफ़ी सिर्फ़ एक चुनावी लॉलीपॉप और ऊंट के मुंह में ज़ीरा के समान है। अगर सरकार की मंशा किसानों और ग़रीब किसान मज़दूरों को न्याय देना है तो इसे पूर्व में यूपीए सरकार की तर्ज़ पर लैंड मोर्टगेज बैंकों, को ऑपरेटिव बैंकों व प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों के साथ साथ राष्ट्रीयकृत बैंकों के क़र्ज़े भी माफ़ करने चाहिए। [caption id="attachment_336036" align="aligncenter" width="700"] ऋणों की ब्याज माफ़ी को सुरजेवाला ने बताया चुनावी लॉलीपॉप[/caption] सुरजेवाला ने कहा कि सच्चाई यह है कि आज कोई भी किसान और किसान मज़दूर बैंकों के कर्ज़ भरने की स्थिति में नहीं है। ऐसे में यह ब्याज की माफ़ी सिर्फ़ छलावा व लोगों की जेब पर डाका डालने की स्कीम है जो मोदी और खट्टर सरकार द्बारा बड़ी चालाकी से लोगों को बहकाने के लिए लाई गई है। यदि किसान और मज़दूरों के पास पैसा होता तो वे डिफाल्टर ही क्यों बनते। [caption id="attachment_336038" align="alignright" width="300"] ऋणों की ब्याज माफ़ी को सुरजेवाला ने बताया चुनावी लॉलीपॉप[/caption] यह भी पढ़ें : नए मोटर वाहन अधिनियम के तहत स्कूटी चालक का कटा 23 हजार का चालान रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि प्रदेश की जनता जानती है कि पिछले पाँच साल में खट्टर सरकार ने डीज़ल व पेट्रोल पर ज़्यादा टैक्स लगाकर आम जनता को डीज़ल और पेट्रोल में कोई राहत नहीं मिलने दी। इसके अलावा किसान पर पहली बार जीएसटी थोपा गया और उन्हें फसलों के उचित दाम नहीं दिए गए, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई, उसका असर पूरी अर्थव्यवस्था पर पड़ा और आज सारी अर्थव्यवस्था मंदी की चोट झेल रही है। उन्होंने कहा कि यदि खट्टर और मोदी सरकार ने किसानों के हितों का ध्यान रखा होता और किसान को फसलों के उचित दाम मिले होते तो देश मंदी की मार न झेल रहा होता। यह भी पढ़ें : नए यातायात नियमों को लेकर विज का सुरजेवाला पर पलटवार