कोरोना वायरस। आरोग्य सेतु ऐप को लेकर बड़ी खबर
नई दिल्ली। भारत ने 02 अप्रैल, 2020 को कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने की कोशिशों में वृद्धि करते हुए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप लांच किया जिसका उद्देश्य ब्लूटूथ पर आधारित किसी से संपर्क साधने, संभावित हॉटस्पॉट्स का पता लगाने और कोविड-19 के बारे में प्रासंगिक जानकारी के प्रचार-प्रसार में सक्षम होना है। 26 मई की तारीख तक इस ऐप के 114 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं जो दुनिया में किसी भी अन्य संपर्क साधने वाले ऐप के उपयोगकर्ताओं से ज्यादा है। यह ऐप 12 भाषाओं और एंड्रॉयड, आईओएस एवं केएआईओएस प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। देशभर में नागरिक आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल अपने आपको, अपने चाहने वालों और राष्ट्र को सुरक्षित रखने के लिए कर रहे हैं। बहुत से युवा इस ऐप को अपना अंगरक्षक भी मानते हैं। इस आरोग्य सेतु की प्रमुख खासियत पारदर्शिता, निजता तथा सुरक्षा रहा है और भारत की ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर नीति की तर्ज पर आरोग्य सेतु के सोर्स कोड को अब सार्वजनिक कर दिया गया है। इस एप्लीकेशन के एंड्रॉयड वर्जन के लिए सोर्स कोड को समीक्षा और सहकार्य के लिए https://github.com/nic-delhi/AarogyaSetu_Android.git.The पर उपलब्ध करा दिया गया है। इस एप्लीकेशन के आईओएस वर्जन को अगले 2 सप्ताह के भीतर ओपन सोर्स के रूप में जारी कर दिया जाएगा और इसके बाद सर्वर कोड को भी जारी कर दिया जाएगा। आरोग्य सेतु ऐप के लगभग 98% उपयोगकर्ता अभी एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर हैं। डेवलपर समुदाय के लिए सोर्स कोड को सार्वजनिक कर देना पारदर्शिता और सहयोग के सिद्धांत के प्रति अनवरत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 114 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं द्वारा लगातार इस्तेमाल हो रहे इस तेजी से उभरते उत्पाद का सोर्स कोड जारी करना एक चुनौती है। सोर्स कोड को विकसित करना और उसका रखरखाव आरोग्य सेतु टीम और डेवलपर समुदाय, दोनों की एक बड़ी जिम्मेदारी है। किसी चीज के बचाव के लिए रखी जाने वाली जगह (रिपोजिटरी) को साझा करना वास्तविक उत्पादन पर्यावरण है। इस उत्पाद से संबंधित सभी नई जानकारियां भी उपलब्ध कराई जाएंगी। ओपन सोर्स विकास की मदद की प्रक्रिया का प्रबंधन राष्ट्रीय सूचना केंद्र (एनआईसी) करेगा। कोड से संबंधित सुझावों को आग्रह समीक्षाओं के जरिए संसाधित किया जाएगा। आरोग्य सेतु के सोर्स कोड को अपाचे लाइसेंस वर्जन 2.0 के तहत लाइसेंस मिला हुआ है और यह जैसा है वैसा के आधार पर उपलब्ध है। कोड में बदलाव के साथ सोर्स कोड के किसी भी तरह के फिर से इस्तेमाल के लिए डेवलपर की जरूरत पड़ेगी। इससे संबंधित और विस्तृत जानकारीhttps://www.mygov.in/aarogya-setu-app/ पर सवाल जवाब दस्तावेजों के रूप में प्राप्त की जा सकती है। कोड को ओपन सोर्स बनाते समय भारत सरकार ने डेवलपर समुदाय से आरोग्य सेतु को और अधिक मजबूत एवं सुरक्षित बनाने के लिए इसमें किसी प्रकार की कमी की पहचान करने या कोड में और सुधार के लिए मदद मांगा। इस उद्देश्य के लिए सरकार ने सुरक्षा अनुसंधानकर्ताओं के साथ साझेदारी करने के उद्देश्य से एक 'बग बाउंटी' कार्यक्रम भी लॉन्च किया ताकि आरोग्य सेतु की सुरक्षा कार्यसाधकता की जांच की जा सके और इसकी सुरक्षा में सुधार या बढ़ोतरी करते हुए इसमें उपयोगकर्ताओं का भरोसा बढ़ाया जा सके। 'बग बाउंटी' को लेकर विस्तृत जानकारी अलग से साझा की जा रही है। 'बग बाउंटी' कार्यक्रम के बारे में और अधिक जानकारी मायगाव के नवीन पोर्टल https://innovate.mygov.in/ पर उपलब्ध है। ---PTC NEWS---