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नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने विदेशी वैक्सीन को भारत में अनुमति देने की प्रक्रिया को तेज करने का फैसला लिया है। सरकार ने देश में टीकाकरण को गति देने के लिए फैसला लिया है। इससे पहले रूस की स्पूतनिक- वी वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद अब कोरोना की दूसरी वैक्सीन को भी अनुमति देने की कवायद तेज हो गई है। वैक्सीन मंजूरी के लिए गठित नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप (एनईजीवीएसी) की बैठक में लिए गए इस फैसले को केन्द्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।
सरकार का फैसला, विदेशी कोविड वैक्सीन को मंजूरी देने की प्रक्रिया होगी तेज
इस 23वीं बैठक की अध्यक्षता नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी के पॉल ने की। कमेटी में निर्णय लिया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की आपात इस्तेमाल की सूची में मौजूद वैक्सीन को भारत में सशर्त आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी जा सकती है। इनमें अमेरिका, यूके, जापान में इस्तेमाल की जा रही वैक्सीन भी शामिल है। इससे देश में चल रहे टीकाकरण को और तेज किया जा सकेगा।
सरकार का फैसला, विदेशी कोविड वैक्सीन को मंजूरी देने की प्रक्रिया होगी तेज
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कमेटी ने सुझाव दिया कि विदेशों में इस्तेमाल हो रही कुछ वैक्सीन को 100 लोगों में एक हफ्ते के ट्रायल के बाद आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी जा सकती है। बता दें कि मौजूदा समय में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशील्ड वैक्सीन लोगों को दी जा रही है।
गौरलतब हो, केंद्र सरकार सक्रिय रूप से कोविड-19 के विरुद्ध लड़ रही है और उसका ध्यान इसकी रोकथाम, निगरानी, कोविड उचित व्यवहार और टीकाकरण पर केन्द्रित है। देश में टीकाकरण के राष्ट्रव्यापी अभियान की शुरुआत 16 जनवरी, 2021 से हुई थी। अब तक करोड़ों लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
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