सिरसा में किसानों की "धिक्कार रैली", किसान नेताओं ने सरकार पर बोला हमला
सिरसा। सिरसा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में किसानों द्वारा पक्का मोर्चा लगाया हुआ है। आज इस मोर्चे को लगे हुए 9 महीने पूरे हो चुके हैं। इसी के चलते धरना स्थल पर किसानों द्वारा "धिक्कार रैली" का आयोजन किया गया है। इस रैली में योगेंद्र यादव, डॉ दर्शन पाल, जोगेंद्र सिंह उग्राहा, रुलदू सिंह मानसा, विकास सिसर आदि किसान नेता पहुंचे। किसानों का कहना है कि खुद को किसान हितैषी बताने वाले डिप्टी सीएम और बिजली मंत्री तथा सरकार को धिक्कार देने के लिये इस रैली का आयोजन किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि जब तक तीन कृषि कानून वापिस नहीं होते उनका आंदोलन जारी रहेगा। रैली में सैकड़ो की संख्या में किसानों व महिलाओं ने हिस्सा लिया। यह भी पढ़ें- Tokyo Olympics: मैरी कॉम और मनप्रीत सिंह ओपनिंग सेरेमनी में होंगे भारत के ध्वजवाहक यह भी पढ़ें- पदक हासिल करने वाले खिलाड़ियों को मिलेंगे नकद पुरस्कार मीडिया से बातचीत करते हुए किसान नेता डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि पूरा आंदोलन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए है। आज पक्का मोर्चा पर आंदोलन को 9 महीने हो चुके है, आने वाले पूरे देश में यह आंदोलन विकराल रुप लेगा। जिसका उद्देश्य कृषि कानूनों को रद्द करवाने व अन्य मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर प्रहार करना होगा। 8 जुलाई को पूरे देश में पैट्रोल व डीजल के खिलाफ आंदोलन होगा। 22 जुलाई से संसद की तरफ जाने का सिलसिला शुरू होगा। वहीं किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 17 संगठनों ने जो पक्का मोर्चा लगाया था, 9 माह पूर्व जो पहले बीज बोया था, उसे हम पूरे हरियाणा में देख सकते है।उन्होंने कहा कि धिक्कार है उन पर, जो अपने आप को देवीलाल व किसानों का वंशज बताते है। सरकार पर भी धिक्कार है,जो किसान हितैषी होने का दावा करती है।