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करनाल/डिंपल चौधरी: पुलिस ने अपराधियों के फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इसके तार ना केबल हरियाणा बल्कि पंजाब और दिल्ली से भी जुड़े है। करनाल पुलिस ने अलग-अलग 7 एफआईआर दर्ज की हैं।
साथ ही ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए पासपोर्ट बनवाने वाले गिरोह के 3 एजेंटों, दो पुलिस कर्मी, दिल्ली पासपोर्ट कार्यालय के एक अधिकारी, पोस्ट ऑफिस कर्मचारी, पासपोर्ट बनवाने वाले 4 लोगों सहित 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया गया है।
दरसल मामले के तार करनाल से जुड़े हैं जहां पंजाब समेत अन्य राज्य से संबंधित 21 अपराधियों के पासपोर्ट ऑनलाइन बना दिए गए। इनमें आतंकी गतिविधियों में गिरफ्तार हो चुके पंजाब निवासी पवनदीप उर्फ तीता और हरजीत उर्फ जीता भी शामिल हैं। इन अपराधियों पर कई मुकदमे दर्ज हैं और जानकारी ऐसी थी कि यह सभी बदमाश विदेश भागने की फिराक में थे। इसका खुलासा एनआईए और आईबी के इनपुट के बाद सक्रिय हुई हरियाणा पुलिस की जांच में हुआ है।
पुलिस ने पिछले सप्ताह जिन 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमे करनाल सेक्टर 32,33 थाना के 2 पुलिस कर्मचारी भी शामिल हैं। आगे की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है । फर्जी पासपोर्ट हासिल करने वाले 4 लोगों को करनाल पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि 2 आरोपियों को पंजाब पुलिस ने दबोचा है। उनके लिए प्रोडक्शन वारंट मांगा है।
जिन लोगों के पासपोर्ट बने हैं, वो अपराधिक किस्म के आदमी हैं। इसलिए उन्होंने फर्जी एड्रेस पर पासपोर्ट बनवाया है।
डीएमसी व अन्य डाक्यूमेंट भी फर्जी निकले हैं। पासपोर्ट एंजेंट अमित की पुलिस कर्मियों व डाक विभाग के कर्मी के साथ सांठ-गांठ थी। इसी मिलीभगत में पासपोर्ट बनाए गए। अभी तक 21 में से 16 को गिरफ्तार किया है। पिछले 4 सालों में जो पासपोर्ट बने हैं, उनकी जांच करवाई जा रही है।
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