Wed, Apr 24, 2024
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Remdesivir इंजेक्शन को लेकर संक्रमितों के परिजनों ने SMO कार्यालय के बाहर की नारेबाज़ी

Written by  Arvind Kumar -- May 06th 2021 01:40 PM -- Updated: May 06th 2021 01:44 PM
Remdesivir इंजेक्शन को लेकर संक्रमितों के परिजनों ने SMO कार्यालय के बाहर की नारेबाज़ी

Remdesivir इंजेक्शन को लेकर संक्रमितों के परिजनों ने SMO कार्यालय के बाहर की नारेबाज़ी

रेवाड़ी। Remdesivir इंजेक्शन को लेकर पिछले कई दिनों से मारामारी चल रही है। हर कोई अपने मरीज को उचित उपचार दिलाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। कहीं ऑक्सीजन तो कहीं Remdesivir इंजेक्शन की मांग बढ़ती जा रही है। लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते संक्रमित मरीजों के परिजनों को काफी परेशानियों से दो-चार होना पड़ रहा है। आज संक्रमित मरीजों के परिजनों के सब्र का बांध उस वक्त टूट पड़ा जब उन्हें 11:00 बजे रेवाड़ी के सामान्य अस्पताल बुलाया गया था और कहा गया था कि एक मीटिंग के बाद उन्हें रेमदेसीविर इंजेक्शन उपलब्ध करा दिया जाएगा लेकिन मीटिंग खत्म होने के बाद भी उन्हें अस्पताल प्रबंधन द्वारा Remdesivir तो छोड़ो कोई आश्वासन तक नहीं दिया गया। कोरोना संक्रमित मरीजों के परिजनों ने आज सीएमओ कार्यालय के बाहर खड़े होकर सीएमओ मुर्दाबाद के नारे लगाए और उन्हें Remdesivir उपलब्ध करवाने की मांग की है। दिल्ली की रहने वाली कविता की मां कोरोना संक्रमित है और पिछले 3 दिनों से डाक्टरों ने उसे Remdesivir इंजेक्शन लाने को कहा गया है लेकिन वह पिछले 3 दिनों से ही रेवाड़ी के सरकारी अस्पताल के चक्कर पे चक्कर लगा रही है लेकिन उन्हें उसकी मां के इलाज के लिए Remdesivir नहीं मिल रहा है। इसलिए आज उनका गुस्सा फूट पड़ा और सीएमओ कार्यालय पहुंच हंगामा कर दिया। [caption id="attachment_495326" align="aligncenter" width="760"] Remdesivir इंजेक्शन को लेकर संक्रमितों के परिजनों ने SMO कार्यालय के बाहर की नारेबाज़ी[/caption] यह भी पढ़ें- DRDO की तकनीक से दिल्ली व हरियाणा में तैयार होगी ऑक्सीजन यह भी पढ़ें- हिमाचल में 16 मई तक लगा कोरोना कर्फ्यू एक बुजुर्ग बाप का 32 वर्षीय बेटा कोरोना संक्रमित है और पिछले कई दिनों से निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। डॉक्टरों ने अब उसे Remdesivir इंजेक्शन लाने को कहा है। लेकिन उसे उपलब्ध नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैं अकेला ही अपने बेटे की देखभाल के लिए हूं अब मैं अपने बेटे की देखभाल करूं या फिर इंजेक्शन के लिए दर-दर भटकता रहूं क्योंकि वह पिछले कई दिनों से रेवाड़ी के सरकारी अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं अधिकारी हैं कि उन्हें Remdesivir उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।


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