किसानों को गेहूं की पेमेंट नहीं मिलने पर अनाज मंडी में प्रदर्शन
नारनौंद। किसानों को गेहूं की फसल का पैसा नहीं मिलने से किसानों ने नारनौंद की अनाज मंडी में प्रदर्शन किया। किसानों ने एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। समाधान नहीं होने पर मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। किसानों के मुताबिक नारनौंद अनाज मंडी में करीब 30 हजार क्विंटल गेहूं सड़ गया था जिसको लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने खराब गेहूं की जांच करवाकर सरकार से भरपाई करवाने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद विभाग के डायरेक्टर व एचसीएस अधिकारी ने भी अनाज मंडी का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी। लेकिन उसके बावजूद भी उसका अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है। किसान फूलकुमार व धर्मबीर ने कहा कि उन्होंने अपने नम्बर पर मैसेज आने के बाद अनाज मंडी में गेहूं बेची थी। दो महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी उनकी पेमेंट उनको नहीं मिली है। किसान रोजाना आढ़तियों व बैंकों के चक्कर काट रहे हैं। वहीं सरकार ने आढ़तियों को किसानों की जल्द पेमेंट करने के निर्देश जारी किए हैं, इसके बावजूद भी किसानों की समस्या का हल नहीं हो पा रही। इससे किसानों में रोष है। किसानों का कहना है कि जब वो आढ़ती से पैसे की बात करते हैं तो वो कहते हैं कि सरकार ने पेमेंट नहीं की है। इस सिथति में आखिर किसान कहां जाए। किसानों ने ब्याज समेत अपनी फसल का पैसा लौटने की मांग की है। किसानों ने अनाज मंडी में एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। किसानों ने एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। समाधान नहीं होने पर मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। नारनौंद अनाज मंडी के आढ़ती सतबीर शर्मा व मंडी प्रधान कुलदीप गौतम ने कहा कि नारनौद अनाज मंडी में करीब 29500 बैग गेहूं की पेमेंट नहीं हुई है। इसलिए हम किसानों को पेमेंट करने में असमर्थ हैं। यदि सरकार पेमेंट कर देती है तो हम 72 घंटे के अंदर किसानों की पेमेंट पोर्टल पर डाल देंगे। गेहूं की खरीद व उठान समय पर सरकार ने नहीं करवाया और आज भी खरीद व उठान बाकी है। नारनौंद अनाज मंडी का करीब 15 करोड़ रुपये बकाया है जब तक वह पेमेंट आढ़तियों को नहीं मिल जाती वो किसानों को पेमेंट कहां से करेंगे। ---PTC NEWS---