किसान संगठनो ने कमेटी बनाने का किया विरोध, कही ये बात
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के क़ृषि कानूनो पर रोक के फैसले के बाद किसान संगठनो ने प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि सरकार अपने ऊपर से दबाव कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के जरिए कमेटी ले आई, इसका हमने कल ही विरोध कल दिया था। हम प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कमेटी को नहीं मानते हैं, कमेटी के सारे सदस्य कानूनों को सही ठहराते रहे हैं। वहीं किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि कल हम लोहड़ी मना रहे हैं जिसमें हम तीन कृषि क़ानूनों को जलाएंगे, 18 जनवरी को महिला दिवस है और 20 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश उत्सव है। यह भी पढ़ें- नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर Whatsapp की सफाई, कही ये बात [caption id="attachment_465674" align="aligncenter" width="750"] ਮੋਦੀ ਹਕੂਮਤ ਦੇ ਮੰਤਵਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਦਾ ਜ਼ਰੀਆ ਬਣੇਗੀ ਸੁਪਰੀਮ ਕੋਰਟ ਵੱਲੋਂ ਗਠਿਤ ਕੀਤੀ ਕਮੇਟੀ : BKU ਉਗਰਾਹਾਂ[/caption] हमारा 26 जनवरी का प्रोग्राम पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा, जिस तरह से भ्रम फैलाया जा रहा है जैसे किसी दुश्मन देश पर हमला करना हो, ऐसी गैर ज़िम्मेदार बातें संयुक्त किसान मोर्चा की नहीं हैं। 26 जनवरी के प्रोग्राम की रूपरेखा हम 15 जनवरी के बाद तय करेंगे: बलबीर सिंह राजेवाल, किसान नेता यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, कृषि कानूनों के लागू होने पर लगाई रोक