रोहतक PGI में दर्द से कराह रही पूर्व उपराज्यपाल को इलाज के लिए करना पड़ा इंतजार
चंडीगढ़। कोरोना महामारी के बीच इलाज के लिए रोहतक पीजीआई पहुंची पूर्व उपराज्यपाल चंद्रावती को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। चंद्रावती दर्द से कराहते हुए करीब दो घंटे तक स्ट्रेचर पर ही पड़ी रही। उनके परिजन डॉक्टरों से इलाज की गुहार लगाते रहे लेकिन आरोप है कि किसी ने भी सुध नहीं ली। काफी देर के बाद एक जूनियर डॉक्टर आया, तब जाकर उनका उपचार शुरू हुआ। दरअसल 92 वर्षीय चंद्रावती को कूल्हे में फ्रेक्चर होने के कारण रोहतक पीजीआई लाया गया था। वहां उनको बेहतर ढंग से इलाज नहीं हो पाया और उनको जनरल वार्ड में रख दिया गया। उनको प्रोटोकॉल के हिसाब से वीआइपी वार्ड में कमरा तक नहीं दिया गया। कमरा नहीं मिलने पर उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। हालांकि स्टाफ का कहना था कि कोरोना महामारी के चलते सभी वीआईपी कमरे पहले से रिजर्व हैं। वहीं पीजीआईएमएस के आपात विभाग के प्रभारी डॉ. संदीप ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। इस संबंध में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से बात करेंगे, ऐसा क्यों हुआ। ---PTC NEWS---