गरीबों को 6 हज़ार और मृतक के परिजनों को 5 लाख दे सरकार: कैप्टन यादव
रेवाड़ी। संक्रमण का ग्राफ घटने के बाद हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में कुछ छूट देते हुए दुकानों को नियमों के साथ खोलने की इजाजत दी है। दुकानें खुलने के पहले दिन कांग्रेसी विधायक चिरंजीव राव बाजार में सैनिटाइज करते व गरीब मजदूरों को भोजन बांटते हुए नजर आए वहीं आज दूसरे दिन पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी स्लम बस्तियों में निकले जहां उन्होंने सैनिटाइज करने के साथ ही जरूरतमंद लोगों को खाने के पैकेट व मास्क भेंट किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि आपदा के समय में जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए सभी को आगे आकर उनका साथ देना चाहिए। क्योंकि इस आपदा में राजनीति ना करके लोगों की सेवा की जानी चाहिए। उन्होंने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि हम पहले से ही किसानों के साथ हैं सरकार को उनकी बातें मानते हुए कानूनों को रद्द कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिसार में किसानों पर केस दर्ज वापस लेना भैया का परिचायक है। अगर सरकार समय रहते केस वापस ना लेती तो किसानों द्वारा 26 मई को काला दिवस के रूप में मनाने पर स्थिति और खराब हो सकती थी इसलिए समय रहते किसानों पर दर्ज मुकदमे सरकार ने वापस किए। पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि इस आपदा की घड़ी में सरकार को जरूरतमंद लोगों के लिए 6000 गुजारा भत्ता हर महीने देने की घोषणा करनी चाहिए। उन्होंने मांग करते हुए यह भी कहा कि जो लोग संक्रमण की वजह से दुनिया को अलविदा कह चुके हैं उनके परिवारों को भी सरकार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देकर राहत दिलाने का काम करना चाहिए। यह भी पढ़ें: हरियाणाः ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की कालाबाजारी में दो रंगे हाथों गिरफ्तार
कैप्टन यादव ने कहा कि पीएम फंड से जो वेंटिलेटर आए थे लेकिन वह खराब पड़े हैं जिनकी वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। लोगों को समय से दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पाई ऑक्सीजन की कमी रही और समय पर लोगों को अस्पताल में बेड तक उपलब्ध नहीं हो सके इस लिहाज से सरकार पूरी तरह से नाकाम रही है।