
गुरुग्राम। गुरुग्राम में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच एलओआर (लॉर्ज आउटब्रेक रीजन- बृहद प्रकोप वाला क्षेत्र) को लेकर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इनके मुताबिक सभी एसडीएम संबंधित एसीपी के साथ समन्वय में LOR की सटीक सीमाओं की पहचान करेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इन क्षेत्रों में आवश्यक गतिविधियां सुचारू रहें।
LOR की आवश्यक बैरिकेडिंग Executive Engineer PWD द्वारा की जाएगी। इसके लिए गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त के साथ परामर्श किया जाएगा। LOR के निवासियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन, Do's/Don't और एहतियात के कदमों की जानकारी समय-समय दी जाएगी। इसके अलावा entry/exit प्वाइंट्स पर धर्मल स्क्रिनिंग की जाएगी। वहीं रैपिड टेस्टिंग फेसिलिटी भी यहां लोगों के लिए उपलब्ध होगी।
डोर टू डोर स्क्रीनिंग / थर्मल स्कैनिंग के लिए पर्याप्त संख्या में टीमें तैनात करने का फैसला लिया गया है। यह जिम्मा सिविल सर्जन गुरुग्राम को दिया गया है। ड्यूटी पर सभी कर्मचारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण प्रदान किए जाएंगे
और स्क्रीनिंग / थर्मल स्कैनिंग आदि के लिए अन्य आवश्यक उपकरण दिए जाएंगे। LOR का पूरा क्षेत्र नगर निगम गुरुग्राम द्वारा पूरी तरह से सेनिटाइज किया जाएगा।
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र में फ्री लगेगा कोरोना का टीका, उद्धव कैबिनेट का फैसला
यह भी पढ़ें- पीएम केयर्स फंड से खरीदे जाएंगे 1 लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर
LOR में 1CMR की गाइडलाइंस के मुताबिक टेस्टिंग पर जोर दिया जाएगा। ज्यादा से ज्यादा लोगों Rapid Antigen /RT-PCR Test लिए जाएंगे ताकि वक्त रहते कोरोना संक्रमण को रोका जा सके।
उल्लेखनीय है कि गुरुग्राम में लगभग 70 सोसाइटियों और दर्जन भर कालोनियों में कोरोना वायरस संक्रमण के काफी मामले सामने आए हैं। अब यहां बिना अनुमति बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है। जिला प्रशासन ने ऐसे तमाम इलाकों को एलओआर यानी लार्ज आउट ब्रेक रीजन के दायरे में रखा है। यानी इन इलाकों में मौजूदा स्थिति में सर्वाधिक संक्रमण फैलजा रहा है। इन इलाकों में सेक्टर 57,49,54,70,43,5,डीएलएफ फेज़ 4,सेक्टर 52,सेक्टर 103,110 A की कई सोसाइटियों के साथ-साथ शहर भर के दर्जनभर इलाकों को माइक्रो कंटेन्मेंट जोन में शामिल किया गया है।