साइबर सिटी कहें या मिलेनियम...पर हालात तो पिछड़े शहरों से भी बदतर...
गुरुग्राम, 28 अगस्त: साइबर सिटी गुरुग्राम में एक बार फिर जलभराव और उसके बाद लगे घंटों के जाम ने दो साल पहले की यादें ताज़ा कर दी हैं. साइबर सिटी कहें या फिर मिलेनियम सिटी लेकिन तेज़ी से विकास की ओर अग्रसर गुरुग्राम शहर में प्रशासन के दावे एक बार फिर खोखले साबित हो गए. सोमवार रात से जारी बारिश के बाद मंगलवार सुबह तक कई-कई फीट पानी पूरे शहर में लग चुका था. हीरो होंडा चौक, सुभाष चौक, राजीव चौक, इफको चौक, वाटिका चौक, हूडा सिटी सेंटर चौक, उद्योग विहार जैसे इलाके में पानी में पूरी तरह से डूब गए और देखते ही देखते पूरे शहर में जाम की स्थिति बन गई. पानी में डूब गया हीरो होंडा चौक गौरतलब है कि हीरो होंडा चौक में बना अंडर पास तकरीबन तीन महीने पहले ही बनकर तैयार हुआ है. इस अंडर पास के उद्घाटन पर केंद्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद राव इंद्रजीत और सीएम मनोहर लाल के बीच किसी बात को लेकर तनातनी भी हो गई थी. बहरहाल, जिस अंडर पास को बनाने में तकरीबन 200 करोड़ रुपए खर्च किए गए वही अंडर पास अपनी हालत पर मानो आंसू बहा रहा है. हैरानी की बात है कि गुरुग्राम शहर करीब 600 करोड़ रुपए का रेवेन्यू देता है. जो शहर प्रदेश के दूसरे शहरों के विकास में आर्थिक रूप से मदद कर रहा है उसी शहर की ये हालत वाकई हैरान करती है.