एक्शन में सीएम खट्टर के मंत्री, दो स्वास्थ्य कर्मियों को किया सस्पेंड
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार के मंत्री इन दिनों एक्शन में नजर आ रहे हैं। मंत्री जगह-जगह औचक निरीक्षण की कार्रवाई कर रहे हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने भी सोमवार को नारनौल के नागरिक अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने यहां दो स्वास्थ्य कर्मचारियों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। इस दौरान हाजिर रजिस्टर को जांचने के बाद गैरहाजिर मिले कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई के भी निर्देश दिए। ओमप्रकाश यादव ने कहा कि पिछले काफी समय से यह शिकायतें मिल रही थी कि नागरिक अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मचारी समय पर डयूटी नहीं आते और न ही मरीजों की समय पर देखभाल कर रहे थे। इसलिए वे सुबह 9 बजकर 20 मिनट पर अचानक नागरिक अस्पताल में पहुंचे। तत्पश्चात उन्होनें वहां कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों के हाजिरी रजिस्टर को चेक किया। इसमें सिविल सर्जन आफिस से विरेंद्र असिस्टेंट, प्रमोद कुमार स्टेटिकल असिस्टेंट, ममता क्लर्क, सुशीला क्लर्क, अजय क्लर्क, संजीव क्लर्क, सुधीर क्लर्क व रणवीर एमपीएचडब्ल्यू, डीएफडब्ल्यूओ कार्यालय के अविनाश शर्मा, मेडिकल सुपरीडेंट कार्यालय से एएसएमओ डा. हर्ष चैहान, एमओ डा. सुरेश मित्तल, एमओ डा. पवन कुमार, एमओ डॉ. वैभव यादव, एमओ डॉ. प्रमोद, पीपी सेंटर से भतेरी देवी एमपीएचडब्ल्यू, चम्पा देवी एमपीएचडब्ल्यू व स्टाफ नर्स एनएचएम सपना कुमारी गैर हाजिर मिले। इन सभी गैरहाजिर कर्मचारियों के खिलाफ उन्होनें सीएमओ को विभागीय कार्रवाई करने के निर्देश दिए। [caption id="attachment_386320" align="aligncenter" width="700"] एक्शन में सीएम खट्टर के मंत्री, दो स्वास्थ्य कर्मियों को किया सस्पेंड[/caption] मंत्री ने इसके बाद मरीजों की लगी लंबी लाइन को देखा। वहां पर रोगियों ने मंत्री के समक्ष फार्मासिस्ट विनोद तथा असिस्टेंट शिव कुमार द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार बारे शिकायत की। जिस पर संज्ञान लेते हुए मंत्री ने मौके पर ही स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से दूरभाष पर बातचीत की और इन दोनों ही स्वास्थ्य कर्मियों को सस्पेंड करने की सिफारिश की। यादव इसके बाद जच्चा-बच्चा वार्ड में पहुंचे। वहां उपचाराधीन जच्चा व गर्भवती महिलाओं से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में पूछा। इसके बाद वे सामान्य वार्ड में गए और मरीजों का हालचाल जाना। यादव ने स्वास्थ्य अधिकारियों से कहा कि अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं समय पर उपलब्ध करवाई जाए। भविष्य में कोई भी कर्मचारी अस्पताल में ड्यूटी के समय गैर हाजिर पाये गए तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह भी पढ़ें: धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में बेखौफ चोरों ने गुरु घर को बनाया निशाना