New Update
नई दिल्ली।
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने बताया कि निचले इलाके से लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। उन्हें भोजन, पानी, हैंड सैनिटाइज़र और मास्क दिया जाएगा। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है और प्रशासन द्वारा लोगों को ये भी सलाह दी गई है कि अनावश्यक घर से बाहर न निकले।
चक्रवाती तूफान “निवार” मचा सकता है तबाही, बारिश और तेज हवा का दौर शुरू
बता दें कि चक्रवाती तूफान “निवार” (NIVAR) पुडुचेरी के पूर्व-दक्षिण पूर्व में 380 किमी और चेन्नई से 430 किमी दक्षिण-पूर्व में केंद्रित है। यह कुछ घंटों में एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा!
यह भी पढ़ें- पीएम मोदी बोले- सब तक पहुंचेगी वैक्सीन, डिस्ट्रीब्युशन पर अभी से काम शुरू कर दें राज्य
चक्रवाती तूफान के ऊपर नजदीकी नजर रखी जा रही है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) मुख्यालय, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में स्थित बटालियनों के कमांडेंट, संबंधित राज्य अधिकारियों के साथ समन्वय में हैं। राहत व बचाव कार्य के लिए तैनात सभी टीम के पास लैंड फॉल के बाद बहाली के लिए विश्वसनीय वायरलेस और सैटेलाइट संचार, ट्री कटर / पोल कटर हैं। वर्तमान COVID-19 परिदृश्य के मद्देनजर, NDRF की टीमें उपयुक्त PPE से सुसज्जित हैं।
यह भी पढ़ें- हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, दो दिन के लिए बॉर्डर किए सील
चक्रवाती तूफान “निवार” मचा सकता है तबाही, बारिश और तेज हवा का दौर शुरू
एनडीआरएफ जिला और स्थानीय प्रशासन के साथ निकट समन्वय में काम कर रहा है। चक्रवात के बारे में जानकारी के लिए सभी नागरिकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है कि क्या करना है - क्या नहीं करना है और प्रभावित क्षेत्रों में COVID-19 और इसे रोकने के उपायों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
चक्रवाती तूफान “निवार” मचा सकता है तबाही, बारिश और तेज हवा का दौर शुरू
सभी तैनात दल चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों से लोगों को निकालने में स्थानीय प्रशासन की सहायता कर रहे हैं। एनडीआरएफ, समुदाय के बीच सुरक्षा की भावना फैला रहा है कि एनडीआरएफ टीमें आपकी सेवा में उपलब्ध हैं और जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक क्षेत्र में मौजूद रहेगी ताकि जनता घबराए नहीं।
-
चक्रवाती तूफान “निवार” के प्रभाव से चेन्नई में बारिश और तेज़ हवा चल रही है। तेज़ हवा की वजह से सड़कों पर पेड़ टूटकर गिरे हुए हैं। Nivar Cyclone आज कराईकल और ममल्लापुरम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों पर लैंडफॉल हो सकता है।