सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में हिमाचल बिखेर रहा अपनी अलग छटा
फरीदाबाद। हिमाचल प्रदेश 34वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में अपनी अलग छटा बिखेर रहा है। थीम स्टेट होने के नाते हिमाचल विभिन्न शिल्प और हस्तशिल्प के माध्यम से अपनी अनूठी संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित कर रहा है। मुख्य चौपाल के बांई तरफ लगाई गई मेले की थीम स्टेट हिमाचल प्रदेश गैलरी में कुल्लू के मशहूर शॉल, स्टॉल, हिमाचली टोपी, जैकेट सहित हाथ की दस्तकारी का बेहतरीन नमूना मैक्रम का शीशा भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। विदेशी पर्यटकों के साथ -साथ स्थानीय लोग भी इस मेले में हिमाचल प्रदेश के परिधानों की बढ़ चढ़ कर खरीदारी कर रहे हैं। [caption id="attachment_387047" align="aligncenter" width="700"] सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में हिमाचल बिखेर रहा अपनी अलग छटा[/caption] हिमाचल प्रदेश के सैकड़ों कलाकार विभिन्न लोक कलाओं और नृत्यों का प्रदर्शन कर लोगों का मन मोह रहे हैं। पारंपरिक नृत्यों और कला रूपों से लेकर व्यंजनों तक, दर्शकों को लुभाने के लिए हिमाचल प्रदेश विरासत और संस्कृति का एक गुलदस्ता सा नज़र आ रहा है। [caption id="attachment_387048" align="aligncenter" width="700"] सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में हिमाचल बिखेर रहा अपनी अलग छटा[/caption] सूरजकुंड शिल्प मेले में न सिर्फ शिल्पकारों व कलाकारों को यहां अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए एक अच्छा मौका मिल रहा है बल्कि देश विदेश से आये पर्यटक भी इस मेले में आकर काफी उत्साहित नज़र आ रहे हैं। अरावली की पथरीली माटी में बसा सूरजकुंड अपने 34 सालों के सफर में मिनी भारत बन चुका है। यह भी पढ़ें: हिसार की निधि सिवाच बनी सिविल जज ---PTC NEWS---