फतेहाबाद/साहिल रुखाया: कृषि पद्धति को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से विश्वभर में काम कर रही अर्थवर्म फाऊंडेशन की टीम ने फतेहाबाद जिले के गांव धांगड़ में एक प्रगतिशील किसान के खेत का दौरा किया। किसान अपनी कई एकड़ जमीन पर एक साथ कई फसलें उगा रहा है।
किसान की इस पद्धति को देखकर टीम काफी प्रभावित नजर आई। टीम में फाऊंडेशन की इंडिया हेड बिनी फिलिप्स, फ्रांस से ग्रेग और योहान स्माल शामिल रहे। ग्रेग और योहान ने खेत की मिट्टी की गुणवत्ता की जांच की और बताया कि मिट्टी की सेहत काफी अच्छी है।
किसान धर्मवीर पूनिया ने अपने खेत में आड़ू का बाग लगाया हुआ है। आड़ू के साथ-साथ चना, लोबिया, जौं और सब्जियां भी उगाई हुई हैं, जिससे एक साथ वह कई फसलों की पैदावार ले रहा हैं और वह भी बिना खाद, कैमिकल के ऑर्गेनिक खेती कर रहे हैं। बिनी फिलिप्स ने फाऊंडेशन के बारे में बताया कि उनकी संस्था ग्लोबल लेवल पर हर कमोडिटी की सप्लाई चेन के साथ काम करती है।
बिनी फिलिप्स ने कहा कि किसान से लेकर फैक्ट्रियों तक साथ काम किया जाता है और रिजनरेटिव एग्रीकल्चर यानि कृषि को पुनर्जीवित करने के प्रोजेक्टस पर काम किया जा रहा है। ऐसा ही प्रोजेक्ट में पंजाब में लगाने जा रहे हैं। इसी के तहत प्रगतिशील किसानों के खेतों का मुआयना कर उनके अनुभव जान रहे हैं। उनकी सफलता दूसरे किसानों को बताकर उन्हें प्रेरित किया जा रहा है। उनकी संस्था 15 देशों में इस समय काम कर रही है।
धांगड़ के प्रगतिशील किसान धर्मवीर पूनिया ने बताया कि वो एक साथ एक ही खेत में तीन-तीन, चार-चार फसलें ले रहे हैं। आड़ू के बाग के साथ चना, लोबिया, सब्जी, जौं उगा रहे हैं। कोई खाद, केमिकल नहीं डालते, क्योंकि इनके प्रयोग से कैंसर जैसी घातक बीमारियां बढ़ रही हैं। उनके पिता भी इससे पीड़ित थे, जिसके बाद उन्होंने ऑर्गेनिक खेती करनी सही समझा। अब आसपास के किसान भी प्रेरित हो रहे हैं। वे 5 साल से इस प्रकार की खेती कर रहे हैं।
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