टॉप 20 अमीरों की सूची से भी बाहर अडानी, अमेरिका से भी आई बुरी खबर
गौतम अडानी कुछ महीने पहले एशिया के सबसे अमीर और दुनिया के दूसरे सबसे रईस आदमी थे, लेकिन रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी (Gautam Adani) के सितारों को ऐसी नजर लगी की उनको अरबों रुपये का घाटा हो गया। उनकी मुश्किलें अभी भी कम होती नजर नहीं आ रही हैं।
पिछले 10 दिनों में उन्हें 52 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। गौतम अडानी दुनिया के सबसे अमीर आदमियों की सूची 21वें नबंर पर खिसक गए हैं। रिपोर्ट के बाद बिगड़े हालातों के बाद अब अमेरिका से भी उनसे जुड़ी बुरी खबर आई है, जिसके बाद Adani Enterprises के शेयर शुक्रवार को 35 फीसदी तक लुढ़क गए।
जानकारी के मुताबिक 24 दिसंबर के बाद से अडानी ग्रुप की 7 लिस्टिड कंपनियों का मार्केट कैप करीब 100 अरब डॉलर कम हो गया है। वहीं अमेरिकी बैंकों क्रेडिट सुइस और फिर सिटी बैंक ने अडानी कंपनियों के बॉन्ड के बदले कर्ज से मना कर दिया है। अब डाउ जोंस (Dow Jones Sustainability Index) ने अपने स्थिरता सूचकांक से शेयरों को हटाने का फैसला किया है। अमेरिकी बाजार के इंडेक्स अनाउंसमेंट में कहा गया है कि 7 फरवरी 2023 से कंपनी के शेयर डाउ जोंस स्थिरता सूचकांक से हटा दिए जाएंगे।
डाउ जोंस की ओर से यह फैसला हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह के शेयरों में आई बड़ी गिरावट के बाद लिया गया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी को अपना एफपीओ (FPO) वापस लेना पड़ा। 20 हजार करोड़ का फुल सब्सक्रिप्शन मिलने के बाद भी अडानी एंटरप्राइजेज का एफपीओ वापस ले लिया गया।
गौतम अडानी ने एफपीओ कैंसिल होने के बाद एक वीडियो में अपने वीडियो संदेश में सभी निवेशकों को थैंक्स कहते हुए कहा था कि कंपनी के सिद्धांत और संपत्ति भी मजबूत हैं। इसके अलावा EBITDA लेवल्स और कैश फ्लो काफी स्ट्रॉन्ग है। मार्केट में गिरावट थमने के बाद मजबूती के साथ वापसी होगी। इतना ही नहीं FPO को वापस लेने के बाद कंपनी के ऑपरेशन्स और फ्यूचर प्लान पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी समय से अपने प्रोजेक्ट्स को डिलिवर करने का काम करती रहेगी।
- PTC NEWS