उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश से भूस्खलन, चमोली में अचानक आई बाढ़ ने मचाई तबाही
ब्यूरो : उत्तराखंड में मूसलाधार और लगातार बारिश के कारण, राज्य में लगातार बारिश के बाद उत्तराखंड के चमोली जिले में प्राणमती नदी में जल स्तर काफी हद तक बढ़ गया है, जिससे बड़े पैमाने पर बाढ़ और भूस्खलन हुआ है। चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना के मुताबिक, भारी बारिश के कारण प्राणमती नदी उफान पर है। ''चमोली के थराली में बादल नहीं फटा है, लेकिन प्राणमती नदी में पानी काफी बढ़ गया है।
जिला मजिस्ट्रेट खुराना ने कहा, प्रशासन ने पहले ही इलाके में अलर्ट जारी कर दिया था, इसलिए किसी भी तरह के नुकसान की कोई जानकारी नहीं है।Uttarakhand | In the Tharali area of Chamoli district, once again the sky rains have created trouble. There was heavy rain in Sol Valley last night, after which the water level of Pranmati River started flowing above the danger mark, due to which the Pindar River also came in… pic.twitter.com/W7HDLxBfeS
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 18, 2023
देहरादून के कालूवाला क्षेत्र में भारी बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, बारिश का पानी घरों में घुस गया और सड़कों पर जलभराव हो गया।
#WATCH | Uttarkhand: Vehicular movement restricted at Ram Jhula bridge in Rishikesh after supportive wire broke due to heavy rainfall. pic.twitter.com/ddU0xKCH1k — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 17, 2023
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के अनुसार, आपदा नियंत्रण कक्ष से सूचना मिली कि लगातार बारिश से सड़कों पर भारी जलजमाव हो गया है और देहरादून के कालूवाला क्षेत्र में बारिश का पानी लोगों के घरों में भी घुस गया है, जिससे दैनिक जीवन बाधित हो गया है। सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत काम में जुट गयी।
पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण ऋषिकेश में बाढ़ जैसी स्थिति देखी जा रही है और नदी का जल स्तर खतरे के स्तर से ऊपर पहुंच गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों से पता चलता है कि सोमवार सुबह 24 घंटे की अवधि में ऋषिकेश में देश भर में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, जिसमें इस अवधि के दौरान 42.00 सेमी बारिश हुई। इस बीच एहतियात के तौर पर राम झूला पुल पर दोपहिया वाहनों की आवाजाही रोक दी गई।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को राज्य में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और ऋषिकेश में गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर की भी समीक्षा की। आधिकारिक अनुमान के मुताबिक, इस मानसून सीजन में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 52 लोगों की मौत हो गई, जबकि 37 अन्य घायल हो गए।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देश पर बारिश जनित घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित स्थानों पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों को तैनात किया गया है। इस मॉनसून में उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन और अचानक बाढ़ आ गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 17 से 23 अगस्त तक उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम, छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा, आंधी और बिजली गिरने के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की भविष्यवाणी की है।
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