जहर खाकर आत्महत्या करने वाले परिवार की दर्दभरी दास्तां, कर्ज का 2 से 3 गुना ब्याज दिया...फिर भी मरने को मजबूर किया
Nawada suicide case: बिहार के नवादा में गुरुवार को झकझोर देने वाली घटना सामने आई थी। यहां एक ही परिवार के पांच लोगों ने कर्ज के बोझ से परेशान होकर आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी। पैसा वापस मांगने वालों से परेशान होकर परिवार के छह सदस्यों ने बुधवार रात जहर निगल लिया था।
आत्महत्या से पहले परिवार के मुखिया केदार लाल ने एक सुसाइड नोट भी लिखा था। पुलिस के हाथ ये सुसाइड नोट लगा है। इस सुसाइड नोट में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। सुसाइड नोट में केदार लाल ने बताया कि कैसे कर्ज देने वाले लोग उन्हें और उनके परिवार को सालों से परेशान कर रहे थे। आखिरी में उन्होंने पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर ली।
जहर निगलने के बाद पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि 15 साल की एक बच्ची का इलाज चल रहा था। इसकी भी मौत इलाज के दौरान हो गई। एक साथ परिवार के छह सदस्यों को कंधा देने वाला भी कोई नहीं बचा। मृतक केदार का बड़ा बेटा अमित दिल्ली से गुरुवार की रात अपनी बहन गुंजा के साथ घर पहुंचा, जहां बेटे ने कांपते हुए हाथों से परिवार को मुखाग्नि दी।
दो पेज के सुसाइड नोट में केदार लाल गुप्ता ने लिखा, 'मैंने जितना कर्ज लिया था 4 से 5 साल में उसे दो और तीना गुना ब्याज के तौर पर लौटा दिया, इसके बाद भी इन्होंने मुझे परेशान कर दिया और अब मैं पूरी तरह से बेबस हो चुका हूं। मैंने इन लोगों से 6 महीने का समय भी मांगा, लेकिन वो मान नहीं रहे हैं।'
आगे सुसाइड नोट में केदार लाल गुप्ता ने कर्ज देने वालों का नाम लेते हुए कहा, 'शहर के न्यू एरिया मोहल्ले के मनीष सिंह, टुनटुन सिंह खटाल, विकास सिंह, विजय सिंह, डॉ. पंकज सिन्हा और रणजीत सिंह से मैने ब्याज पर कर्ज लिया था, लेकिन इन लोगों ने पांच सालों में मुझे बर्बाद कर दिया। ये पहले भी नवादा में कई लोगों को बर्बाद कर चुके हैं, यह समाज के दीमक हैं।'
- PTC NEWS