बांग्लादेश ने विराट कोहली पर लगाया फेक फील्डिंग का आरोप, ICC और अंपायर्स को भी बताया 'बेईमान'
T20 World Cup 2022: ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे T-20 विश्व कप (T20 World Cup 2022) में बुधवार को भारत ने एक रोमांचक मुकाबले में बांग्लादेश को हराकर सेमीफाइनल की राह लगभग आसान कर ली है। बारिश के कारण बांग्लादेश की पारी के चार ओवर कम किए गए थे। बांग्लादेश को 16 ओवर्स में 151 रन का लक्ष्य दिया गया था। बांग्लादेश आखिरी ओवर्स तक 145 रन ही बना सकी। भारत ने इस मैच को पांच रन से जीता।
अब इस मैच को लेकर जोरदार बहस छिड़ गई है। भारतीय खिलाड़ी विराट कोहली पर फेक फील्डिंग के आरोप लग रहे हैं। मैच के बाद बांग्लादेशी विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने विराट कोहली पर फेक फील्ड़िंग का आरोप लगाते हुए कहा कि मैच में कोहली ने फेक फील्डिंग की थी। इस फील्डिंग पर अंपायर्स ने ध्यान नहीं दिया। अंपायर्स इस तरफ ध्यान देते तो पेनल्टी के तौर पर बांग्लादेश टीम को 5 रन मिल सकते थे। ये रन जीत-हार में बड़ा अंतर पैदा कर सकते थे। मैदान गीला था और इसका असर सभी ने देखा।
फेक फील्डिंग उस समय देखने को मिली जब बांग्लादेश बैटिंग कर रही थी। ये वाक्या बारिश से पहले हुआ था। उस समय लिट्टन दास ताबड़तोड़ पन बरसा रहे थे। 7वें ओवर की पहली बॉल को लिटन दास ने डीप बैकवर्ड स्क्वैयर लेग की दिशा में खेला। गेंद को अर्शदीप ने विकेट कीपर एंड पर थ्रो किया। बीच में कोहली भी दिख रहे थे। उनके पास न बॉल थी और न ही थ्रो उनकी ओर फेंका गया था, लेकिन कोहली ने नॉन स्ट्राइकर एंड पर थ्रो मारने का दिखावा किया। इसे लेकर अब खूब हंगामा हो रहा है। बांग्लादेशी फैन्स अंपायर्स भी सवाल उठा रहे हैं।
आईसीसी की रूल बुक 41.5 के अनुसार फील्डिंग करने वाली टीम बल्लेबाज को जान बूझकर बाधा नहीं पहुंचा सकती या उसका ध्यान नहीं भटकाने की कोशिश नहीं कर सकती। अंपायर को ऐसा लगता है कि किसी खिलाड़ी ने नियमों का उल्लंघन किया है, तो वह उस गेंद को डेड बॉल घोषित करके पेनल्टी के पांच रन दे सकते हैं, लेकिन शंटो और लिटन ने कोहली की तरफ देखा भी नहीं तो उनका ध्यान भटकने का सवाल ही नहीं उठता।
अब इस बहस में कई दिग्गज भी कूद गए हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट हर्षा बोगले ने कहा कि हम में से किसी ने (अंपायर, बैटर और न फील्डर) फेक फील्डिंग नहीं देखी। फेक फील्डिंग और गीले मैदान को हार का दोष मत दीजिए। यदि आपका एक बैटर पिच पर टिक जाता तो रिजल्ट कुछ और होता। उन्होंने तंज कसते हुए लिखा- 'जब हम हार के बहाने ढूंढते हैं तो ग्रोथ नहीं कर पाते हैं।' क्रिकेट कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी सवाल उठाया कि क्या वाकई फेक फील्डिंग हुई है।
On the fake fielding incident, the truth is that nobody saw it. The umpires didn't, the batters didn't and we didn't either. Law 41.5 does make provision for penalising fake fielding (the umpire still has to interpret it thus) but no one saw it. So what do you do! — Harsha Bhogle (@bhogleharsha) November 3, 2022
- PTC NEWS