World Kidney Day: पति ने पत्नी को कुछ यूं दिया जिंदगी का तोहफा
फरीदाबाद। (सुधीर शर्मा) आपने कई बार सावित्री और सत्यवान की कहानी तो सुनी होगी जिसमें पत्नी अपने पति की खातिर यमराज से लड़ जाती है और फिर अपने पति को बचा लेती है लेकिन क्या आपको कोई ऐसी कहानी याद है जहां पति अपनी पत्नी की खातिर यमराज से लड़ जाता हो और उसकी जान बचा दे। फरीदाबाद में एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां किडनी पेशेंट अपनी पत्नी को बचाने के लिए पति ने अपनी किडनी उसे दे दी और अब दोनों पति-पत्नी स्वस्थ हैं। [caption id="attachment_269566" align="aligncenter" width="700"] पेशे से ज्योतिषी पंडित केके शास्त्री की पत्नी माया देवी की किडनी खराब हो गई थी[/caption] जब पूरी दुनिया में वर्ल्ड किडनी डे मनाया जा रहा है तो फरीदाबाद के रहने वाले पंडित केके शास्त्री की कहानी आपको प्रेरित कर सकती है। पेशे से ज्योतिषी पंडित केके शास्त्री की पत्नी माया देवी की किडनी खराब हो गई थी लगातार डायलिसिस करा करा कर वह बेहद परेशान थे। कई बार कई सालों तक अस्पताल के चक्कर लगाए लेकिन तबीयत में आराम नहीं पड़ा तो इसके बाद केके शास्त्री ने अपनी पत्नी को किडनी देने का विचार किया और परिवार में भी इस नेक काम में उनका सपोर्ट किया। फिर सभी कानूनी फॉर्मेलिटीज को पूरी करने के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को किडनी दे दी। [caption id="attachment_269567" align="aligncenter" width="700"] पत्नी को बचाने के लिए पति ने अपनी किडनी दे दी[/caption] फिलहाल डॉक्टर से उनकी पत्नी को कुछ महीने सावधानी बरतने के लिए कहा है। वहीं केके शास्त्री भी सावधानियां बरत रहे लेकिन राहत की बात यह है कि अब दोनों पति-पत्नी पूरी तरह ठीक है । [caption id="attachment_269568" align="aligncenter" width="700"] फिलहाल डॉक्टर से उनकी पत्नी को कुछ महीने सावधानी बरतने के लिए कहा है।[/caption] वर्ल्ड किडनी डे पर क्यूआरजी अस्पताल ने केके शास्त्री को सम्मानित किया है। अस्पताल के डॉक्टर जितेंद्र कुमार की मानें तो भारत में इस समय किडनी रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए इसका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। उनके मुताबिक उन्होंने 300 से ज्यादा ऑपरेशन किए हैं और भी कई जगह देखा है कि आमतौर पर घर की महिलाएं तो किडनी देने के लिए आगे आ जाती हैं पर पुरुष इस मामले में आगे नहीं आते। ऐसे में केके शास्त्री एक उदाहरण है। यह भी पढ़ें: समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने से इलाज के अभाव में युवक ने तोड़ा दम