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नई दिल्ली। देश में जल्द ही कोरोना वैक्सीन की किल्लत दूर होगी। नीति आयोग की स्वास्थ्य समिति के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने बताया कि टीकाकरण कोविड के विरुद्ध प्रभावी हथियार है। महामारी के इस दौर में टीका ही जीवन रक्षक है। इसी कड़ी में भारत में दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है।
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उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार और भारत बायोटेक कंपनी कोवैक्सिन का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रही है। इसी कड़ी में कोवैक्सिन का फॉर्म्यूला वैक्सीन बनाने वाली दूसरी कंपनियों के साथ साझा करने की सहमित बनी हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी वैक्सीन का फॉर्मूला दूसरी कंपनियों के साथ शेयर करने की मांग की थी ताकि वैक्सीन की ज्यादा डोज तैयार की जा सके।
इस बीच केंद्र सरकार ने बताया कि वैक्सीन के उत्पादन के लिए निर्माताओं को हरसंभव सहायता दी जा रही है। टीके का निर्माण करने वाली कंपनियों को वित्तीय अनुदान दिया जा रहा है। उचित तकनीक और सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराया जा रहे हैं।
कोवैक्सिन के उत्पादन के लिए दिए गए अनुदान के बाद, यह अनुमानित हैं कि सितंबर 2021 तक प्रतिमाह 10 करोड़ से अधिक टीके की खुराक का उत्पादन किया जा सकेगा। केंद्र सरकार के द्वारा भारत बायोटेक की न्यू बैंगलोर स्थित इकाई को 65 करोड़ रुपए का अनुदान दिया गया है। इस संस्थान को टीके की उत्पादन क्षमता में वृद्धि के लिए, नए सिरे से तैयार किया गया था। इसी तरह जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा देश के अलग-अलग वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को सहायता दी जा रही है।
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