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चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने योग को हर व्यक्ति की जीवन शैली का हिस्सा बनाने के मकसद से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में खोली जा रही योग एवं व्यायामशाओं में योग वालंटियर लगाने का निर्णय लिया है। ये योग वालंटियर जिला परिषदों के माध्यम से लगाए जाएंगे तथा उसी गांव या आसपास के गांवों के युवाओं को नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी। यह निर्णय मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई हरियाणा योग परिषद की एक समीक्षा बैठक लिया गया।
हरियाणा योग परिषद के चेयरमैन डॉ. जयदीप आर्य ने राज्य में चलाई जा रही योग गतिविधियों पर प्रस्तुतीकरण दिया तथा इन योग वालंटियर्स को लगाने की प्रक्रिया की जानकारी दी। बैठक में इस बात की भी जानकारी दी गई कि इन योग वालंटियर्स की आयु-सीमा 18 से 35 वर्ष के बीच तथा शैक्षणिक योग्यता हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड या सीबीएसई से 10+2 पास होगी। इसके अलावा, इनके पास राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त 16 संस्थानों में से किसी एक से योग में लेवल-1 या इसके समकक्ष कोर्स या किसी विश्वविद्यालय से एक वर्ष का डिप्लोमा होना चाहिए।
इन योग वालंटियर्स को हरियाणा कौशल विकास मिशन के तहत विश्वकर्मा कौशल विकास विश्वविद्यालय, दुधौला, पलवल से नेचुरोपैथी या फिजियोथैरेपी में 3-3 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स भी करवाया जाएगा ताकि योग एवं व्यायामशाओं में सुबह-शाम 2-2 घन्टे योग सिखाने के बाद इनसे आयुष विभाग द्वारा बनाए जा रहे हैल्थ एंड वैलनेस सेंटर में आयुष सहायक के रूप में काम लिया जा सके। इस प्रकार उनसे 8 घन्टे की ड्यूटी ली जा सकेगी और शुरू में इनका मानदेय न्यूनतम 11 हजार रुपये होगा।
बैठक में इस बात का भी निर्णय लिया गया कि इन योग वालंटियर्स के कामकाज की निगरानी के लिए नियमित भर्ती होने तक हर जिले में आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत आयुष कोच भी लगाए जाएंगे। इनके लिए शैक्षणिक योग्यता वही रहेगी, जो खेल एवं युवा मामले विभाग द्वारा योगा कोच के लिए निर्धारित की गई है।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को इस बात के निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में बनाई जा रही योग एवं व्यायामशालाओं के कार्य में तेजी लाई जाए। इस पर मुख्यमंत्री को अवगत करवाया गया कि प्रथम चरण में ऐसी 1000 व्यायामशालाओं के निर्माण का कार्य जारी है जिनमें से 599 का कार्य पूरा हो चुका है तथा लगभग 150 का कार्य अंतिम चरण में है ।
---PTC NEWS----