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चंडीगढ़। देश के उत्तरी क्षेत्र में नशा कारोबारियों का नेटवर्क तोड़ने व मादक पदार्थों की तस्करी पर रोकथाम के लिए स्थापित किए गए ‘अंतर-राज्यीय ड्रग सचिवालय‘ ने नशा कारोबारियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। इसके माध्यम से मिली सूचनाओं के आधार पर हरियाणा पुलिस की फील्ड इकाइयों ने वर्ष 2020 के प्रथम 7 माह के दौरान 119 किलोग्राम 202 ग्राम मादक पदार्थ सहित 35,500 से अधिक प्रतिबंधित गोलियाँ व कैप्सूल बरामद किए हैं।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी से जुलाई 2020 के बीच सचिवालय हेल्पलाइन नंबरों पर नशे के कारोबार से संबंधित 216 सूचनाएं प्राप्त हुई, जिसके आधार पर पुलिस द्वारा 118 किलोग्राम 952 ग्राम गांजा, 208 ग्राम 137 मिलिग्राम हेरोइन, 42 ग्राम स्मैक सहित प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में आने वाली 35,785 नशीली गोलियां व कैप्सूल बरामद कर आरोपियों के खिलाफ 22 मामले दर्ज किए गए।
इसके अतिरिक्त, पुलिस को विगत वर्ष मई से दिसंबर के बीच हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से मादक पदार्थ के अवैध कारोबार से संबंधित 299 सूचनाएं प्राप्त हुई जिसके आधार पर हेरोइन, गांजा, स्मैक, चरस सहित कुल 23 किलो 982 ग्राम नशा व 36,610 प्रतिबंधित नशीली गोलियां व कैप्सूल जब्त किए गए।
उल्लेखनीय है कि देश के छः उत्तरी राज्यों - हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली तथा केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ द्वारा नशे के नेटवर्क को तोडने के लिए साझा रणनीति बनाते हुए पंचकूला में एक अंतर-राज्यीय ड्रग सचिवालय स्थापित किया गया था ताकि मादक पदार्थों के अवैध कारोबार संबंधी सूचना का आदान-प्रदान कर समाज से इस बुराई को मिटाया जा सके।