बड़ा खुलासा: CAA के खिलाफ विरोध के लिए 120 करोड़ का लेनदेन
नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे के मुताबिक प्रदर्शनों एवं पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के बीच सीधा संबंध है। इस संबंध में ईडी ने अपनी एक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भी भेजी है। इस रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि तोड़फोड़ एवं हिंसा के लिए पीएफआई ने फंड उपलब्ध कराया! दस्तावेज के मुताबिक 'इस्लामिक कट्टरपंथी लोगों ने हिंसा के लिए 73 सिंडिकेट बैंकों में 120 करोड़ रुपए जमा कराए और यह रकम चार दिसंबर और 6 जनवरी के बीच निकाली गई है।' रिपोर्ट के मुताबिक ये रकम पांच हजार रुपए से लेकर 49 हजार रुपए के बीच जमा कराई ताकि जमाकर्ताओं की पहचान न हो सके। जमाकर्ता को 50 हजार से ज्यादा रकम जमा करने के लिए बैंक को पैन कार्ड देना होता है। दस्तावेजों के मुताबिक पीएफआई का केस लड़ने वाले कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को 77 लाख रुपए मिले हैं। मोदी सरकार की आलोचक इंदिरा सिंह को 4 लाख रुपए और दुष्यंत दवे 11 लाख रुपए दिए गए। आरोपी अब्दुल समद 3.10 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। हालांकि कपिल सिब्बल ने साफ किया है कि उन्हें ये पैसे केस लड़ने के मिले हैं। CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों से उनका कोई लेना देना नहीं है। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार शुरुआत से कह रही है कि राज्य में हुई हिंसा के पीछे पीएफआई का हाथ है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन काफी हिंसक एवं उग्र हुए और इन प्रदर्शनों में कई लोगों की जान गई। अब ईडी ने बैंक खातों में धन जमा करने की तारीखों और सीएए विरोध की तारीखों के बीच परस्पर संबंध दिखाया है। यह भी पढ़ें : केंद्रीय मंत्री की दो टूक: अब देश का बंटवारा नहीं हो पाएगा, कोशिश करने वालों पर कार्रवाई
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