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अपने प्रदेश के साथ गद्दारी करने वाले सुरजेवाला न करें किसान हितैषी होने का ढोंग: जेजेपी

Written by  Arvind Kumar -- May 23rd 2020 05:51 PM
अपने प्रदेश के साथ गद्दारी करने वाले सुरजेवाला न करें किसान हितैषी होने का ढोंग: जेजेपी

अपने प्रदेश के साथ गद्दारी करने वाले सुरजेवाला न करें किसान हितैषी होने का ढोंग: जेजेपी

चंडीगढ़। 'जननायक जनता पार्टी ने किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति करने और 'मेरा पानी-मेरी विरासत' योजना का विरोध करने वाली कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आइना दिखाने का काम किया है।' जेजेपी के एक प्रवक्ता ने जारी अपने बयान में कहा है कि हरियाणा सरकार द्वारा जमीनी पानी का लेवल बचाने के लिए 'मेरा पानी-मेरी विरासत' योजना लाने से कांग्रेस में गंभीर व्याकुलता दिखाई दे रही है। उन्होंने कहा कि शायद सुरजेवाला के दिलो-दिमाग पर लगातार दो विधानसभा चुनावों की हार ने गहरा आघात पहुंचाया है इसलिए उनको किसानों की समस्या के नाम पर सुर्खियां तो बटोरनी है लेकिन अपने कर्म नहीं देखने। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कर्म और धर्म से किसानों की जमीन हथियाने और उनको कुचलने के लिए हमेशा आगे रही है। JJP Attacks on Congress Leader Randeep Surjewalaजेजेपी प्रदेश प्रवक्ता दलबीर धनखड़ ने बताया कि 9 जनवरी 2017 को पंजाब में कांग्रेस पार्टी ने अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया था, उस दौरान प्रेस कॉफ्रेंस में हरियाणा कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद थे और उन्होंने अपने हाथ से पंजाब का घोषणा पत्र जारी किया। धनखड़ ने कहा कि सुरजेवाला ने उत्साह के साथ लोगों को उसके बारे में बताया कि “पंजाब दा पानी पंजाब वास्ते' यानि कि पंजाब का पानी, पंजाब के लिए है। उन्होंने कहा कि सुरजेवाला ने हरियाणा के किसानों के साथ गद्दारी की है क्योंकि एसवाईएल की लड़ाई में हरियाणा के कांग्रेसी पंजाब के हक में खड़े। जेजेपी प्रवक्ता ने कहा कि इतना ही नहीं आज प्रदेश में जल संरक्षण के लिए लागू की गई स्कीम के विरोध में उतरे कांग्रेसी नेताओं के और भी कारनामे है। उन्होंने बताया कि 20 फरवरी 2009 को हरियाणा में कांग्रेस का राज था और उस समय विधानसभा में एक एक्ट "हरियाणा प्रिजर्वेशन ऑफ़ सबसाइल वाटर 2009" पास किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की कितनी हितैषी है इसका अंदाजा इस एक्ट की धारा-4 को देखकर लगाया जा सकता है जिसमें अगर कोई किसान 15 मई से पहले धान की पौध तैयार करता है और 15 जून से पहले धान की रोपाई करता है तो सरकारी अधिकारी को छूट दी गई कि वो किसान के खेत में बिना किसान को बताए उसके खेत में घुसकर धान की पौध को नष्ट कर सकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में कांग्रेस द्वारा बिना सोचे समझे तुरंत पास किए गए इस एक्ट में ये भी था कि किसान का खेत उजाड़ने में जो सरकारी खर्च आएगा वो भी किसानों से ही वसूला जायेगा।

दलबीर धनखड़ ने कहा कि किसान विरोधी नीतियों को साथ लेकर चलने वाली पार्टी कांग्रेस में कितना किसान प्रेम है वो जगजाहिर है। उन्होंने कहा कि किसानों की भूमि छीनकर दामाद को भेंट करने और किसान का खेत उजाड़ने का कानून लेकर आने वाली वही कांग्रेस है जो पंजाब से एसवाईएल का पानी हरियाणा में नहीं आने देना चाहती। उन्होंने आगे कहा कि 'मेरा पानी-मेरी विरासत' योजना पर कांग्रेस बार-बार किसानों को गुमराह कर आने वाली पीढ़ियों से दुश्मनी कर रही है। उन्होंने कहा कि खेत अगर धरा का गहना है तो पानी उसका रक्त है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सूखी वीरान धरती किसी सुरजेवाला से नहीं बल्कि किसान से सवाल करेगी कि उसे बंजर बनाने से पहले कोई कदम क्यूं नहीं उठाए गए इसलिए किसान भाई ऐसे नेताओं के बिना बहकावे में आकर इस योजना व इसके दूरगामी परिणाम को समझे। ---PTC NEWS---


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