कम उम्र में देश के लिए खेलों में जीता पदक, जल्दी अमीर बनने के लिए बैंक में डाला डाका
हिसार के आजाद नगर क्षेत्र में यूनियन बैंक की शाखा में डकैती करके बदमाश जल्द अमीर बनना चाहते थे और नाम कमाना चाहते थे। 16.19 लाख की डकैती के मामले में गिरफ्तार नंगथला निवासी सोनी, सोनीपत के खरखोदा के गांव सेहरी निवासी नवीन, भाटला के प्रदीप, जींद के गांव खरक रामजी निवासी सोनू, सोनीपत के गांव चिडाना निवासी विकास ने मिलकर योजना बनाई की कुछ बड़ा करते हैं। जिससे उनका नाम हो और वे अमीर भी बन जाएं। आरोपियों ने पहले कई बैंकों की रेकी कर यूनियन बैंक की शाखा को वारदात के लिए चुना। बदमाशों में से सोनी ने 12वीं की हुई है, वहीं अन्य भी 10वीं तक पढ़े है। इन सबमें एक चौकाने वाला नाम है सोनी छाबा। सोनी छाबा अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी रहा है। यूथ कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीतने पर सरकार ने उसपर इनामों की बारिश कर दी थी। गांव के लोगों ने उसे सिर आंखों पर बिठाया था। युवा उसे आदर्श मानते थे। पर कहते हैं कि कच्ची उम्र में मिली शोहरत कई बार रास्ते से भटका देती है। जुलाई-2017 में नंगथला के सोनी ने यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने सभी मुकाबले जीत कर देश को गोल्ड दिलाया था। ग्रामीणों के साथ सरकार ने भी उस पर इनामों की बारिश कर दी। उसे एक अच्छी खासी मोटी रकम मिली थी। ये सब देखकर सोनी रास्ते से भटक गया। यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स में मिली शोहरत और इनाम में आई राशि से उसे ऐशो आराम मिला, वह उससे पथभ्रष्ट हो गया। 12वीं पास सोनी को ITBP में कांस्टेबल की नौकरी उसे हल्की लगने लगी। वह अय्याशी और शान ओ शौकत में इतना डूब गया कि खर्च चलाने के लिए डकैती तक का सफर तय कर लिया। इससे पहले वह कांस्टेबल की नौकरी छोड़ने का प्रयास भी कर चुका है, लेकिन कंपनी की ओर से परमिशन नहीं मिली। सोनी के खर्चे बढ़ते जा रहे थे। खेल पीछे छूट गया था और वह हमेशा इसकी फिराक में रहता कि करोड़ों रुपया कहां से जुटाए। इस बीच महावीर स्टेडियम में उसकी मुलाकात गांव भाठला के प्रदीप सहुई। वह पहले ही सदर हांसी थाना में शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज केस में जेल जा चुका था। दोनों मिलते तो मोटा हाथ मारने की प्लानिंग करने लगते। इस बीच सोनीपत के गांव सेहरी का नवीन भी उनके संपर्क में आया। नवीन के दो और दोस्त विकास और सोनू थे। पांचों की तिकड़ी बनने के बाद ही बैंक लूट की प्लानिंग की गई।