- कंडेला खाप ने भी दिल्ली परेड के लिए 1000 ट्रेक्टर भेजने का लिया फैसला
- खाप का कहना, सरकार रोकेगी तो बैरिगेट्स तोड़ कर जाएंगे दिल्ली
- 26 के बाद विधायकों और सांसदों पर बढ़ाएगे इस्तीफे के लिए दबाव
- आंदोलन उग्र न हो इसके लिए भी खापें संभालेगी आंदोलन की बागडोर
- ग्राम स्तर पर बनाई गयी कमेटियाँ, घर-घर जा कर लोगों से किया जा रहा सम्पर्क
- साथ ही खाप का कहना, भगवान सरकार को सद्बुध्दि दे, हमारे माथे लाल न करवाए
जींद। (अमरजीत खटकड़) कंडेला गांव से 24 जनवरी को ही ट्रैक्टरों का जत्था दिल्ली में चल रहे
किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए रवाना होगा। ये फैसला
कंडेला खाप की बैठक में सर्वजातीय खाप चबूतरे पर लिया गया। कंडेला खाप के प्रधान
टेकराम कंडेला की अगुवाई में हुई इस बैठक में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के बारे में रणनीति बनाई गई।
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ट्रैक्टर परेड के लिए हरियाणा से खापें 24 को करेंगी दिल्ली कूच[/caption]
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टेकराम कंडेला ने कहा कि कंडेला खाप से एक हजार ट्रैक्टरों का जत्था 24 जनवरी को जींद बाईपास से रवाना होगा। सभी किसान अपने ट्रैक्टर ट्रालियों में आंदोलन के लिए जरूरी चीजें जैसे आटा, दाल, चावल, दूध, दही, लस्सी तथा अन्य खाद्य सामग्री साथ में लेकर चलेंगे।
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ट्रैक्टर परेड के लिए हरियाणा से खापें 24 को करेंगी दिल्ली कूच[/caption]
पंचायत ने केंद्र से मांग करते हुए सर्वसम्मति से कुछ प्रस्ताव पास किए गए। इनमें मुख्य रुप से केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कानून रद्द करना, एमएसपी की गारंटी का कानून बनाना, स्वामीनाथन रिपोर्ट पूरी तरीके से लागू करना तथा किसानों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उनके सभी ऋण माफ करना व खेती से जुड़ी सभी जरूरी चीजों के लिए बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराना शामिल हैं।
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ट्रैक्टर परेड के लिए हरियाणा से खापें 24 को करेंगी दिल्ली कूच[/caption]
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बैठक के बाद टेकराम कंडेला ने कहा कि कंडेला खाप पहले ही दिन से किसान आंदोलन का समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा कि कंडेला खाप व इसके लोगों का बहुत पुराना इतिहास रहा है। हर आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और विजयी भी होते हैं।